डीडीओ पर आरोप, बीएससी पास को पत्रवाहक तो इंटर पास को बना दिया बाबू

मृतक आश्रित में नियुक्ति के मामले में मनमानी पर घिरा विकास भवन

ALLAHABAD: बीएससी पास पत्रवाहक है और इंटर पास जूनियर क्लर्क की नौकरी कर रहा है। यह दोनों मृतक आश्रित हैं। नौकरी देने में ऐसा भेदभाव विकास भवन में हुआ है। हाई क्वालिफाइड युवक ने जिला विकास अधिकारी पर घूस मांगने का आरोप लगा कर इस मामले को और भी संवेदनशील बना दिया है। खास यह कि पीडि़त के पक्ष में कर्मचारी महासंघ भी उतर आया है। इससे विकास भवन में खलबली मच गयी है। फिलहाल, अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।

बोला पीडि़त, मांगी थी डेढ़ लाख घूस

जानकारी के मुताबिक सोरांव के बारी गांव निवासी मोती लाल विकास भवन में प्रधान सहायक के पद पर तैनात थे। हार्ट अटैक से उनकी मौत आठ नवंबर 2014 को हो गई थी। मृतक आश्रित के रूप में उनके बेटे शिवबाबू ने नौकरी का आवेदन किया था। अब उसका आरोप है कि जिला विकास अधिकारी ने नौकरी देने के नाम पर उससे डेढ़ लाख रुपए की मांग की थी। रकम देने में असमर्थता जताने पर उसके साथ अभद्रता की गई। वरिष्ठ अधिकारियों से अपील करने के बाद उसे जैसे-तैसे पत्रवाहक की नौकरी दी गई। नियमानुसार उसे जूनियर क्लर्क की नौकरी मिलने की उम्मीद थी, क्योंकि वह बीएससी और सीसीसी डिग्री धारक है।

डीएम व सीडीओ से आस

डीएम संजय कुमार और सीडीओ आंद्रा वामसी को दिए गए प्रार्थना पत्र में पीडि़त शिवबाबू ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि जिला विकास अधिकारी ने मृतक आश्रितों में इंटर पास को जूनियर क्लर्क बना दिया और उसे योग्य होते हुए भी पत्रवाहक की नौकरी दी। जांच कराए जाने पर प्रशासन का फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है। उसके पक्ष में विकास भवन राज्य कर्मचारी संघ के कूद पड़ने से मामला अधिक गंभीर हो चला है। शिकायती पत्र सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में खुद महासंघ अध्यक्ष नरसिंह अन्य पदाधिकारियों के साथ शामिल रहे। प्रतिनिधिमंडल ने शिवबाबू की नियुक्ति तत्काल प्रभाव से कनिष्ठ सहायक के पद पर करने की मांग की है।

नवंबर 2015 में मृतक आश्रित शिवबाबू को पत्रवाहक की नौकरी दी गई थी। एक साल बाद अचानक वह निराधार आरोप लगा रहा है। दरअसल मामला विकास भवन में डीएम को आवंटित दो कमरों का है। इसे कर्मचारी महासंघ वाले मांग रहे थे। मैंने मना किया तो शिवबाबू की आड़ में अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं। शिवबाबू जूनियर क्लर्क के योग्य नही था और तत्कालीन सीडीओ की जानकारी में उसे पत्रवाहक तैनात किया गया है।

राम उजागिर द्विवेदी, डीडीओ

मामला सामने आया है। उसकी जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

आंद्रा वामसी, सीडीओ

Posted By: Inextlive