-छह माह का BPP कोर्स करने के बाद सीधे स्नातक में दाखिला

-एडमिशन के लिए हाईस्कूल या इंटर पास होने की बाध्यता भी नहीं

VARANASI

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) बुनकरों को अब मुफ्त शिक्षा देने की तैयारी में है। इसके तहत उन्हें एडमिशन का प्रॉस्पेक्टस भी फ्री में अवेलेबल कराने का डिसीजन लिया गया है। खास बात यह है कि छह माह का बीपीपी कोर्स कर बुनकर सीधे ग्रेजुएशन में एडमिशन ले सकते हैं। बीपीपी कोर्स के लिए हाईस्कूल या इंटर पास होने की कोई बाध्यता भी नहीं है।

आधार कार्ड अनिवार्य

बीपीपी कोर्स बुनकरों के लिए बनाया गया है। किन्हीं कारणवश जो बुनकर शिक्षा नहीं हासिल कर सके हैं। वह इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। एडमिशन के लिए कोई डिग्री या उपाधि की जरूरत नहीं है। बस शर्त यह है कि उनकी उम्र क्8 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। एडमिशन के लिए बुनकर कार्ड व आधार कार्ड अनिवार्य है। इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ। एनएन त्रिपाठी ने बताया कि छह माह का ब्रिज कोर्स करने के बाद बुनकर ग्रेजुएशन में भी एडमिशन ले सकते हैं। ग्रेजुएशन की उपाधि देश में एक समान मान्य होंगी। कहा कि बुनकरों को शिक्षा की मुख्यधारा शामिल करने के लिए इग्नू ने यह कदम उठाया है।

आवेदन फ्0 तक

बीपीपी कोर्स में एडमिशन के लिए आवेदन पत्र फ्0 दिसंबर तक प्राप्त व जमा किए जा सकते हैं। सभी इग्नू के अध्ययन केंद्रों पर आवेदन पत्र अवेलेबल है।

क्000 बुनकरों ने किया आवेदन

उन्होंने बताया कि वाराणसी, भदोही व मऊ में अब तक क्000 से अधिक बुनकरों ने एडमिशन के लिए आवेदन किया है। उन्होंने फ्0 दिसंबर तक दो हजार बुनकरों का एडमिशन बीपीपी कोर्स में कराने का लक्ष्य रखा हैं।

विद्यापीठ में इग्नू सेंटर

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में भी इग्नू अध्ययन केंद्र खोला गया है। प्रथम चरण में इग्नू ने विद्यापीठ को सात विषयों को कोर्स संचालित करने की मान्यता दी है। विद्यापीठ इग्नू अध्ययन केंद्र की समन्वयक प्रो। अमिता सिंह ने बताया कि परिसर स्थित डॉ। संपूर्णानंद छात्रावास में अध्ययन केंद्र संचालित करने का निर्णय लिया गया है। नए भवन में अध्ययन केंद्र का शुभारंभ क्भ् दिसंबर को कुलपति डा। पृथ्वीश नाग करेंगे।

Posted By: Inextlive