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शिकायतों की भरमार, फिर भी यूपी में टॉप

फ्लैग आईजीआरएस में वाराणसी पुलिस फिर अव्वल

-तेजी से शिकायत निस्तारण में लगातार चौथी बार वाराणसी जोन को मिली यह उपलब्धि, आजमगढ़ रेंज भी अव्वल

-ऑफलाइन शिकायतों से पटा है शहर से लेकर गांव तक के थाने फिर भी मिला तमगा

शहर से लेकर रूरल एरिया के पुलिस थानों में शिकायतों का अंबार है। किसी का जमीन-मकान कब्जा कर लिया गया है तो किसी की बाइक-मोबाइल चोरी हुई है। मगर फिर भी शिकायतों के निस्तारण इंट्रीग्रेटेड ग्रिवांस रिड्रेस सिस्टम (आईजीआरएस) में बनारस पुलिस ने यूपी टॉप किया है। कम समय में तेजी से शिकायतों के निस्तारण कराने पर यह उपलब्धि वाराणसी जोन को मिली है। खास बात कि लगातार चौथी बार से बनारस को सूबे में नंबर वन का खिताब मिलता चला आ रहा है। आनलाइन में नो डाउट की पुलिस ने शिकायतों को सलटाया है बल्कि अपराधियों के धरपकड़ में भी अव्वल रहा है लेकिन आफलाइन आने वाली शिकायतों में भी यह तेजी क्यों नहीं दिखती है।

सप्ताह भर के अंदर निस्तारण

हत्या, हत्या के प्रयास में इनामी बदमाशों की धरपकड़ व धमकी भरी रंगदारी मांगने के आरोपी सहित विभिन्न अपराध की आनलाइन मिलने वाली शिकायतों का निस्तारण समय रहते वाराणसी पुलिस जोन ने पूरा किया है। बनारस रेंज में शामिल जिला बनारस, चंदौली, गाजीपुर व जौनपुर में पुलिस का परफार्मेस बेहतरीन बताया गया है। वाराणसी जोन को आने वाली औसतन एक माह में करीब 1200 से 1300 शिकायतों में एक तिहाई शिकायतों का निस्तारण सप्ताह भर के अंदर कराया गया है।

देखी जाती है क्वॉलिटी रिपोर्ट

दस जिलों से आने वाली आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण की क्वालिटी भी देखी जाती है। जैसे कि किसी शिकायत के निस्तारण में लगी रिपोर्ट पर कोई संदेह होता है तो खुद एडीजी जोन उस पर एक्शन लेकर पूरा कराते हैं। संबंधित जिलों को फिर से रिपोर्ट गुणवक्ता पूर्ण लगाकर भेजने को निर्देशित करते है। यही नहीं, क्रॉस चेकिंग तक की जाती है कि निस्तारण वाकई में हुआ है या नहीं। एडीजी जोन पीवी रामाशास्त्री की तत्परता का नतीजा है कि वाराणसी जोन पुलिस आईजीआरएस में लगातार अव्वल आती जा रही है।

आजमगढ़ बेस्ट तो बलिया फिसड्डी

एक जोन के तीन रेंज में वाराणसी और आजमगढ़ को बेस्ट स्थान पर रखा गया है तो वही विंध्याचल रेंज को दूसरा स्थान मिला है। आजमगढ़ रेंज में शामिल आजमगढ़ व मऊ डिस्ट्रिक्ट का परफार्मेस बेहतर रहा तो बलिया डिस्ट्रिक्ट इस मामले में फिसड्डी साबित हुआ है। दूसरे स्थान पर रहने वाले विंध्याचल रेंज में मिर्जापुर व सोनभद्र डिस्ट्रिक्ट का भी आईजीआरएस में डंका बजा है।

एक नजर

वाराणसी पुलिस जोन

बनारस रेंज

वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर व जौनपुर

आजमगढ़ रेंज

आजमगढ़, मऊ, बलिया

विंध्याचल रेंज

मिर्जापुर, सोनभद्र, भदोही

1200-1300

लगभग शिकायतें जोन में आती है हर मंथ।

700-800

लगभग शिकायतों का दस दिन के अंदर में कराया जाता है निस्तारण।

100 के लगभग शिकायतें हर बार पेंडिंग मिलती है तहसील दिवस पर।

25 थानों में सैकड़ों ऐसी शिकायतें हैं जिन पर अब तक फाइनल रिपोर्ट नहीं लगी।

Posted By: Inextlive