स्टूडेंट्स ने परखा इंटेलिजेंस लेवल
-विवेकानंद विद्या मंदिर में उत्साहित दिखे बच्चे, टेस्ट में बढ़-चढ़ कर लिया भाग
ह्मड्डठ्ठष्द्धद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ RANCHI (11 छ्वड्डठ्ठ) : विवेकानंद विद्यामंदिर में दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से इंडियन इंटेलीजेंस टेस्ट का आयोजन हुआ। टेस्ट में शामिल बच्चे काफी उत्साहित दिखे। यह टेस्ट सौ नंबर का था। सौ क्वेश्चंस पूछे गए थे। आंसर के लिए बच्चों को एक घंटा 20 मिनट का समय दिया गया था। क्वेश्चंस दो पार्ट में पूछे गए थे। एक पार्ट मल्टीपल इंटेलिजेंस का था जिसमे 40 क्वेश्चंस थे वहीं दूसरा पार्ट एप्टीट्यूड पर आधारित था। इसमें 60 क्वेश्चंस पूछे गए थे। बच्चों ने कहा कि मैथ और रिजनिंग के सवाल इंट्रेस्टिंग था, जबकि मल्टीपल इंटेलीजेंस को समझने में थोड़ा टाइम लगा। अब बेसब्री से रिजल्ट का इंतजार है। ----यह बहुत अच्छा टेस्ट था। बच्चों के लिए इस तरह के प्रोग्राम काफी जरूरी हैं। बच्चों के इंटेलीजेंस लेबल का पता चलता है। वहीं बच्चों को स्कूल से बाहर के चीजों को भी जानने-समझने का अवसर मिलता है। सिलेबस से बाहर की भी बातें बच्चों को जानना बहुत जरूरी है। आगे भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित होने चाहिए।
डॉ किरण द्विवेदी, प्रिंसिपल, विवेकानंद विद्या मंदिर, धुर्वा ---- बच्चों को वर्जनटेस्ट बहुत अच्छा था। सभी क्वेश्चंस इंट्रेस्टिंग थे। निर्धारित समय में मैंने सभी सवालों के जवाब दे दिए। स्कूल में ऐसे कार्यक्रम जरूरी हैं।
आदित्य मैथ और इंग्लिश आसान लगे। स्कूल में ऐसे टेस्ट होने चाहिए। इससे हमारी स्टडी के लेबल की भी टेस्ट हो जाती है। सानिया --- सिलेबस से बाहर के क्वेश्चंस का आंसर देने का अनुभव अलग था। पहले भी कई टेस्ट में शामिल हुआ हूं। लेकिन इस बार के क्वेश्चंस के टेस्ट में बहुत कुछ सीखने को भी मिला। सोनाली --- इंटेलीजेंस टेस्ट से हमारी क्षमता का पता चलेगा। इसलिए इसमें पार्टिसिपेट करना जरूरी था। कई बातों को जानने का मौका मिला। ओएमआर शिट में आंसर देने का यह पहला एक्सपीरियंस था। तॉशी हैप्पी आनंद ---