कोरोना वायरस से लडऩे के लिए सबसे जरूरी है सोशल डिस्टेंसिंग। हालांकि कुछ लोग इसका पालन नहीं कर रहे। ऐसे में आईआईटी बॉम्बे ने एक ऐसा मोबाइल एप बनाया है जो क्वाॅरंटीन में घर से बाहर जाने वालों की निगरानी कर सकेगा।

मुंबई (एएनआई)। कुछ पेशेवर और अनुभवी पूर्व छात्रों के साथ आईआईटी बॉम्बे की एक टीम ने 'कोरोनटाइन' नाम से एक मोबाइल एप बनाने का दावा किया है। जो कोरोना वायरस के संभावित या संदिग्ध मरीजों पर नजर रखने में मदद करेगा। क्वाॅरंटीन पीरियड में रह रहा कोई व्यक्ति अपने घर या जहां उसे रखा गया है, वो जगह छोड़कर कहीं बाहर जाता है तो इसे ट्रैक किया जा सकेगा।

जानें कैसे करेगा काम

कोरोनटाइन एप्लीकेशन की अफिशल वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, 'कोरोनटाइन एप अधिक्रम एजेंसियों द्वारा उन लोगों के मोबाइल में इंस्टॉल किया जाएगा तो क्वाॅरंटीन में रह रहे हैं। यह एप मोबाइल जीपीएस को सर्वर पर भेजेगा जिसकी निगरानी एजेंसी करेगी। अगर कोई यूजर एक निश्चित जगह पर स्थित क्वाॅरंटीन जोन से बाहर निकलता है तो एप्लीकेशन सर्वर को एक मैसेज भेजेगा। यह ऑटो डिटेक्ट करता है।'

किसे मिलेगी जिम्मेदारी

इस एप्लिकेशन का मकसद अधिकारियों या प्रशासन को क्वाॅरंटीन में रह रहे लोगों को ट्रैक करने और बीमारी के प्रसार को रोकने में मदद करना है। उपयोगकर्ता के मैनुअल के साथ, कोरोनटाइन प और एडमिन प्लेटफॉर्म के बारे में विवरण https://corontine.in पर देखे जा सकते हैं। बता दें कोरोनटाइन पर उपलब्ध सभी फीचर्स को एक्सेस करने के लिए एडमिन लॉग-इन करना होगा और यह सुविधा किसी अधिक्रत व्यक्ति को दी जाएगी।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari