- यह पहला अवसर है जब मेडल पाने वाले स्टूडेंट हायर स्टडी के लिए नहीं जा रहे

KANPUR:

आईआईटी के 52वें दीक्षांत समारोह में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले स्टूडेंट्स हायर स्टडी के बजाय जॉब पर फोकस कर रहे हैं। ये पहला मौका है, जब स्टूडेंट्स का ऐसा रूख देखने को मिला है।

प्रेसीडेंट गोल्ड मेडल हासिल करने वाले सोमेश्वर जैन ने कहा कि वह पहले गोल्ड मैन में करीब तीन साल जॉब करेंगे। इसके बाद वह हायर स्टडी के लिए स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी का रुख करेंगे। इंदौर के रहने वाले एमपी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड इंजीनियर देवेन्द्र कुमार जैन के बेटे सोमेश्वर को शुक्रवार को आईआईटी कानपुर में प्रेसीडेंट गोल्ड मेडल मिला।

मुग्धा को मिला रतनस्वरूप मेमोरियल अवार्ड

हिमांचल प्रदेश की मुग्धा अरोड़ा ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है। मुग्धा को चीफ गेस्ट ने रतन स्वरूप मेमोरियल मेडल दिया। मुग्धा को बीसीजी में जॉब मिली है। मां अंजू अरोड़ा और पिता राजकुमार अरोड़ा ने बेटी की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है।

चार साल जॉब फिर जाऊंगा यूएसए

फरीदाबाद हरियाणा के एसके पांडेय के बेटे सुनील कुमार पांडेय ने आईआईटी से बीटेक मैथमेटिक्स एण्ड साइंटिफिक कम्प्यूटिंग कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की है। इस मेधावी को डायरेक्टर गोल्ड मेडल मिला है। इस मेधावी को कैंपस प्लेसमेंट के दौरान गोल्ड मैन में जॉब मिली है, जहां पर करीब चार साल जॉब करने के बाद वह हायर स्टडी के लिए यूएसए जाएंगे।

तीन घंटे की सेल्फ स्टडी से पाया मुकाम

हिमांचल प्रदेश के रहने वाले संजय वत्स व सीमा वत्स के बेटे अनंत वत्स ने आईआईटी के दीक्षांत समारोह में डायरेक्टर गोल्ड मेडल हासिल किया है। अनंत ने बताया कि कैंपस प्लेसमेंट में उसे सैमसंग साउथ कोरिया में जॉब मिली है। अनंत ने कहा कि क्लास में जो पढ़ाया जाता है उसके बाद अगर तीन घंटे सेल्फ स्टडी कर ली तो फिर अच्छी परफार्मेस करने से कोई नहीं रोक सकता है।

Posted By: Inextlive