-4500 रुपए तनख्वाह पर बेचते हैं गांजा

-बड़े गिरोह को तलाश रही है पुलिस

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JAMSHEDPUR: पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद सिटी में गांजा का अवैध कारोबार जारी है। शहर के गुमटीनुमा दुकानों में चोरी छुपे गांजे की बिक्री हो रही है। पुडि़या और सिगरेट के खोखे में भरकर इसे बेचा जा रहा है। पुलिस को अनुमान है कि गांजे का सबसे बड़ा ट्रांजिट प्वाइंट मानगो बस स्टैंड के आसपास है। पिछले चार-पांच दिनों में पुलिस ने छापा मार कर सिटी के विभिन्न इलाकों से करीब क्फ्0 किलोग्राम गांजा बरामद किया। सिटी एसपी चंदन झा ने बताया कि ओडि़शा से यहां गांजा मंगाया जाता है। बस, ट्रक और अन्य दूसरे व्हेकिल के सहारे गांजे की सप्लाई दूसरे राज्यों में होती है।

ऐसे होती है सप्लाई

पुलिस को पता चला है कि जूते के डिब्बों, साड़ी या दूसरे कपड़ों के डिब्बे और बोरियों में गांजे की सप्लाई की जाती है। जानकारी मिली है कि ट्रेनों के जरिए भी गांजे की ट्रांसपोर्टिग हो रही है। इस बाबत रेल पुलिस को और पार्सल से संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है।

सैलरी पर होता है धंधा

मंगलवार को गांजा बेचने के आरोप में गिरफ्तार मो जशीम और कमल शर्मा ने पुलिस को बताया कि गांजा बेचने के एवज में उन्हें ब्भ्00 रुपए मंथली मिलते थे। कौन पैसा देता था और कितने लोग गिरोह में लगे हुए हैं। इसका खुलासा पुलिस ने नहीं किया है। लेकिन सिटी एसपी का कहना है कि गांजा के सभी प्वाइंट को आइडेंटीफाइ कर लिया है। इसके लिए टीम का भी गठन किया गया है। पुलिस ने दावा किया कि एक-दो सप्ताह के अंदर गांजे के अवैध व्यापार पर बड़ा खुलासा हो सकता है।

क्फ्0 केजी गांजा बरामद

पुलिस ने क्0 मई को गांजा के अवैध व्यापार के खिलाफ अभियान चलाया। गुप्ता सूचना के आधार पर मानगो के जवाहरनगर स्थित रोड नंबर चार में मो कयूम के घर छापेमारी की। इस दौरान उसके घर से 88 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ। मुख्य आरोपी कयूम भागने में सफल रहा जबकि उसके बेटे नौशाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। क्ख् मई को पुलिस टीम ने मानगो के जवाहर नगर में फिर दस्तक दी। वहां पर जशीम और कमल शर्मा अलग-अलग गुमटी में गांजे की पुडि़या बनाकर बेच रहे थे। पुलिस ने दोनों को रंगेहाथ दबोच लिया। दोनों दुकानों से लगभग भ्00 ग्राम गांजा पुलिस के हाथ लगा। पूछताछ के दौरान दोनों ने बताया कि जवाहरनगर रोड नंबर म् के एक घर में गांजा रखा गया है। पुलिस ने वहां से ब्0 केजी गांजा बरामद किया।

बस स्टैंड में नहीं कोई सुरक्षा

मानगो बस स्टैंड से बिहार, बंगाल और ओडि़शा के लिए सैकड़ों बसें खुलती हैं। बसों की छतों और डिक्कियों में बोरे, पेटियां लदी रहती हैं। बिना किसी जांच के इन्हें बसों में लाद लिया जाता है। इसके अलवा सीट के अंदर भी गांजे को छुपाकर संबंधित ठिकानों तक पहुंचाए जाने की सूचना पुलिस के पास है। यदा-कदा पुलिस को गुप्त सूचना मिलती है। लेकिन अक्सर गांजा की बोरियां बिना किसी रोकटोक के राज्य की सीमा पार कर जाती है।

पैकेट के अंदर क्या है हमें इससे कोई मतलब नहीं है। लेकिन बिना किसी रशीद या बिल्टी हमलोग सामान बुक नहीं करते हैं। पाने वाला और भेजनेवाले को पूरा ब्यौरा हमारे पास होता है।

-नवल किशोर, बस स्टाप

सिर्फ सवारी के भरोसे बसों का परिचालन संभव नहीं है। इसलिए हमलोग ट्रांसपोर्टिग का भी सामान लेते हैं। लेकिन सामान लेने के पहले जरूरी जांच-पड़ताल कर लेते हैं। भेजने वाले का पूरा रिकॉर्ड भी रखा जाता है।

-धर्मवीर, बस स्टाप

बिहार जाने के लिए चार-चार चेक पोस्ट पार करना पड़ता है। इसलिए हमलोग पूरा लिस्ट रखते हैं। भेजने वाले का भी रिकॉर्ड रखा जाता है।

-गर्जेश, बस स्टाप

गांजे के अवैध कारोबार की रोकथाम के लिए पुलिस काम कर रही है। हमलोग इन्फॉर्मेशन के आधार पर काम करते हैं। सूचना मिलने पर बसों की भी जांच-पड़ताल करेंगे।

-चंदन झा, सिटी एसपी

Posted By: Inextlive