- कैंट बोर्ड की टीम पर पब्लिक ने बोला हमला

-हंगामे के बीच 210 बी से बैरंग लौटा कैंट बोर्ड

-कैंट बोर्ड ने दस लोगों पर दर्ज कराया केस

-रक्षा मंत्रालय, मध्य कमान को भेजेंगे रिपोर्ट

Meerut : रविवार को रक्षा मंत्रालय के आदेश पर बंगला नंबर 210 बी पर हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त करने पहुंची कैंट बोर्ड की टीम को पब्लिक ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। विरोध में आए कारोबारी नेताओं की पुलिस और और कैंट बोर्ड के अधिकारियों से जमकर झड़प हुई तो वहीं लोग धरने पर बैठ गए। कारोबारियों का कहना है कि तत्कालीन कैंट बोर्ड के अधिकारियों की अनुमति के बाद ही निर्माण हुआ था, ध्वस्त करने से पहले उन अफसरों पर कार्यवाही हो। कैंट बोर्ड की ओर से मारपीट के प्रकरण में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।

धरने पर बैठे व्यापारी

रविवार को जिला प्रशासन से पुलिस फोर्स और पीएससी मिलने के बाद कैंट बोर्ड पूरी मशीनरी के साथ ध्वस्तीकरण करने के लिए पहुंचा। सबसे पहले पुलिस फोर्स और पीएससी के जवान पहुंचे। साढ़े दस बजे कैंट बोर्ड के सीईओ राजीव श्रीवास्तव और पूरी मशीनरी के साथ बंगला नंबर 210 बी पर पहुंचे। उससे पहले बंगला नंबर 210 बी के शापिंग कांप्लेक्स के नीचे सैकड़ों की तादाद में व्यापारी नेता, बंगले में रहने वाले लोग, महिलाओं ने शापिंग माल को घेरकर धरने पर बैठ गए। स्थानीय लोगों ने कोर्ट का स्टे बताकर कार्रवाई का विरोध किया।

मारपीट, कपड़े फाड़े,

सीईओ कार्रवाई का नेतृत्व करते हुए जैसे ही आगे बढ़े, पुलिस ने लॉ एंड आर्डर का वास्ता देकर उन्हें रोका। भीड़ ने सीईओ के साथ धक्कामुक्की शुरू कर दी, तभी एक कर्मचारी ने बचाव में एक व्यापारी को चाटा जड़ दिया। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने कर्मचारियों को दौड़ा लिया। भीड़ और कर्मचारियो के बीच मारपीट हुई। कैंट बोर्ड कर्मचारियों के कपड़े फाड़ दिए गए। इसके बाद सीईओ वापस लौट गए।

वर्जन

सेंट्रल कमान और दिल्ली स्थित रक्षा मुख्यालय को रविवार के घटनाक्रम की पूरी जानकारी दे दी गई है। मुख्यालय के निर्देशों के बाद अगला कदम उठाया जाएगा। कैंट बोर्ड के कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई है, कर्मचारी हीरालाल गंभीर घायल हुआ है। सदर थाने में इस प्रकरण में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

अनुज सिंह, अधिशासी अधिकारी, कैंट बोर्ड

Posted By: Inextlive