- कंपाउंडिंग के लिए शिविर लगाएगा बीडीए, 29 मई से टूटेंगे निर्माण

- बीडीए ने चिह्नित किए करीब 500 बड़े अवैध निर्माण

बरेली :

बीडीए की अनदेखी कहें या फिर विभागीय सांठगांठ, जिसके चलते बरेलियंस ने अवैध निर्माण करा लिए. लेकिन अब उनकी इस अनियमितता पर बीडीए ने आंखे तरेरना शुरू कर दी हैं. हालांकि इन अवैध निर्माण को वैध करने के लिए कंपाउंडिंग कराने के लिए बीडीए ने एक मौका दिया है. 29 मई तक कंपाउंडिंग न कराने वालों के अवैध निर्माण पर बीडीए की जेसीबी चलना तय है. यह बातें सैटरडे को प्रेस कांफ्रेस में बीडीए वीसी दिव्या मित्तल ने कहीं. उन्होने बताया कि बीडीए को सर्वे में 500 अवैध निर्माण मिले हैं.

7 से 29 मई तक बीडीए में कंपाउंडिंग शिविर

वीसी ने बताया कि 500 अवैध निर्माण के साथ ही 300 में बिना अनुमति निर्माण के अलावा व्यवसायिक गतिविधियां भी चल रही हैं. 146 बरातघरों में अधिकांश स्वीकृत नहीं हैं. 7 से 29 मई तक बीडीए में सुबह 11 से दोपहर दो बजे तक कंपाउंडिंग के लिए शिविर लगेगा. इसमें कंपाउंडिंग होने योग्य नक्शे पास किए जाएंगे. जून में अवैध निर्माण सील करने और ध्वस्तीकरण का अभियान शुरू होगा.

नक्शा आवासीय और एक्टिविटी कॉमर्शियल

रामपुर गार्डन में 50 सहित शहर में 350 अवैध निर्माण हैं. इनमें आवासीय नक्शा पास हुआ था लेकिन हाल ही में टीम की ओर से किए गए सर्वे में मौके पर व्यवसायिक, नर्सिग होम, अस्पताल, शोरूम या कार्यालय आदि चलते मिले. 146 बरातघर मिले और अधिकतर स्वीकृत नहीं थे.

कंपाउंडिंग के लिए यह व्यवस्था

कंपाउंडिंग शिविर में फार्म भरकर आवेदन करना होगा. आवेदक को संबंधित डाक्यूमेंट, पहले स्वीकृत नक्शा, वर्तमान नक्शा, मालिकाना दस्तावेज, निर्मित भवन की फ्रंट व साइड एलीवेशन की फोटोग्राफ दिखाने होंगे. फिर अवैध निर्माण से संबंधित इंपेक्ट फीस की गणना, सब डिवीजन चार्ज व निर्धारित शमन शुल्क का आंकलन करा के रजिस्टर्ड आर्किटेक्ट से सत्यापित भी कराना होगा.

वेबसाइट पर मिलेगी सूचना

आवेदक के भवनों की सूचना बीडीए की वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी. इसमें आवेदक की जमा राशि की रसीद, भवन का फोटोग्राफ व प्राधिकरण की कार्रवाई की पूरी जानकारी होगी.

कॉमर्शियल बिल्डिंग के लिए पार्किग जरूरी

अगर कॉमर्शियल बिल्डिंग में आपका नक्शा पास है तो पार्किंग बनी होना जरूरी है. अगर बीडीए की टीम को सर्वे में बिल्डिंग परिसर से पार्किंग नदारद मिलती है तो संबंधित ओनर को एनओसी प्रदान नहीं की जाएगी.

Posted By: Radhika Lala