- कोर्ट में सुनवाई से पहले नगर निगम व एमडीए ने की कार्रवाई

- ध्वस्तीकरण के दौरान भारी सुरक्षा बल रहा तैनात

Meerut। आखिरकार होटल अलकरीम के अवैध निर्माण को ध्वस्त कर ही दिया गया। मंगलवार की सुबह नगर निगम व एडीएम की टीम भारी पुलिस सुरक्षा के बीच होटल अलकरीम को तोड़ने के लिए पहुंची। नगर निगम ने अलकरीम को तोड़ना शुरू कर दिया। इस दौरान भारी सुरक्षा बल मौजूद रहा।

लोगों ने जताया विरोध

नगर निगम की टीम जब होटल अलकरीम को तोड़ने के लिए पहुंची। इससे पहले की होटल मालिक ने होटल के आगे वाहन खड़े कर दिए थे। यहीं नहीं फ‌र्स्ट फ्लोर पर महिलाएं खड़ी हो गई थी जिससे नगर निगम व एमडीए की टीम बुलडोजर न चला सके। लेकिन भारी सुरक्षा बल को देखते हुए किसी ने विरोध करने की हिम्मत नहीं की।

दिए थे आदेश

दो दिन पहले नगर आयुक्त ने अपर नगर आयुक्त, संपत्ति अधिकारी और किराया प्रभारी को होटल अलकरीम को तोड़ने के आदेश दिए थे। इससे पहले नगर निगम व एमडीए एक दूसरे पर तोड़ने की बात कहकर मामले को टाल रहे थे। दो फरवरी को सुनवाई होने के कारण पहले ही उसको तोड़ दिया गया।

पहले भी दो बार हो चुकी है कार्रवाई

इससे पहले भी होईकोर्ट के आदेश पर नगर निगम व एमडीए की टीम होटल करीम को तोड़ने के लिए पहुंची थी। 12 अप्रैल को जब नगर निगम व एमडीए की टीम ध्वस्तीकरण करने के लिए पहुंची तो होटल मालिक नासिर इलाही ने दो सप्ताह का समय मांगा था। लेकिन दो सप्ताह बाद भी कुछ न करने पर 30 अप्रैल को दोबार से टीम ध्वस्तीकरण के लिए पहुंची। तो होटल मालिक ने अपने आप ही अवैध निर्माण को तोड़ना शुरू कर दिया था। तो टीम वापस चली गई थी।

दोबारा से कर लिया था निर्माण

तीस अप्रैल को होटल मालिक ने अवैध निर्माण के केवल शीशे तोड़े थे। पूरा अवैध नहीं तोड़ा था। थोड़े दिन बाद ही उन्होंने दोबारा से शीशे सही कराकर होटल को शुरू कर दिया।

दो फरवरी को है सुनवाई

होटल अलकरीम को न तोड़ने पर नगर निगम व एमडीए के खिलाफ कोर्ट की अवमानना का केस फाइल किया गया था। इसको लेकर दो फरवरी को कोर्ट में सुनवाई होनी है।

भारी सुरक्षा बल रहा मौजूद

होटल अलकरीम को ध्वस्तीकरण के दौरान किसी प्रकार का बवाल न हो इसीलिए नगर निगम व एमडीए के अधिकारियों ने भारी सुरक्षा बल मंगा रखा था। पुलिस के अलावा सशस्त्र सीमा बल के जवान तथा महिला पुलिस भी मौजूद थी। एसपी सिटी आलोक प्रियदर्शी के निर्देशन में सीओ कोतवाली रणविजय सिंह के नेतृत्व में ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान अपर नगर आयुक्त राम भरत तिवारी, संपत्ति अधिकारी राजेश कुमार, किराया प्रभारी दिनेश यादव, एमडीए की ओर से एक्सईएन और नोडल अधिकारी अजित त्यागी, एससी मिश्रा सहित अनेक निगम व एमडीए के अधिकारी मौजूद रहे।

हाईकोर्ट ने होटल अलकरीम के अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के आदेश दिए थे। कोर्ट के आदेश के अनुसार ही अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया है।

-डीकेएस कुशवाहा नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive