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JAMSHEDPUR: लौहनगरी की आधी प्रमुख सड़कों पर गाडि़यों की पार्किग करनेवालों का कब्जा है। यही नहीं कई इलाकों में तो सड़कों पर पार्किग भी अवैध रूप से चलाई जा रही है। इस वजह से शहर के लोगों को आए दिन जाम का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं शहर में व्हीकल पार्किग के नाम पर खुलेआम अवैध वसूली की जा रही है। कांट्रैक्टर पार्किग के नाम पर मनमाना पैसा वसूल रहे हैं। सिटी में अवैध और बेतरतीब पार्किग हटाने का जिम्मा जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमेटी (जेएनएसी) को दिया गया है, लेकिन अधिकारियों के ढुलमूल रवैये की वजह से यह काम ठंडे बस्ते में चला गया है। जेएनएसी ऑफिस के आसपास कई ऐसे पार्किग स्पॉट हैं, जहां पार्किग ने नाम पर आम लोगों की जेब में डाका डाला जा रहा है। जेएनएसी की ओर से शहर में क्म् पार्किग स्पॉट फिक्स किए गए हैं। वहीं दर्जनों पार्किग स्पॉट ऐसे भी है, जो कि इल्लीगल रूप से चल रहे हैं।

रोड पर पार्किग

जमशेदपुर नोटिफाइड ऐरिया कमेटी (जेएनएसी) के कई ईलाकों में मेन रोड पर ही लोग अपनी गाडि़यां पार्क कर रहे हैं। इनमें साकची स्थित बसंत टाकीज के पास स्थित मेन रोड, साक ची पुराना कोर्ट स्थित रमेश कुल्फी के सामने, साकची नया कोर्ट कैंपस के बाहर मुख्य सड़क, साकची से बाराद्वारी जाने वाला मेन रोड, बिष्टुपुर डेग्नल रोड, कमानी सेंटर समेत कई और इलाके शामिल हैं। जहां सड़कों पर पार्किग होने से जाम लग जाता है। सड़क पर दोनों ओर पार्किग होने से गाडि़यों को गुजरने में भी परेशानी होती है। वहीं स्कूलों की छुट्टी के वक्त तो भयानक जाम लगता है। इस वजह से स्कूली बच्चे भी घंटों तक जाम में फंसे रहते हैं।

ऐसे करते हैं अवैध वसूली

शहर में पार्किग के लिए जेएनएसी की ओर से रेट तय किया गया है। साइकिल के लिए एक रुपए, टू-व्हीलर के लिए दो रुपए, थ्री व्हीलर के तीन रुपए और फोर व्हीलर के लिए पांच रुपए तय है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। कांट्रेक्टर द्वारा टू व्हीलर पार्किग के लिए भ् व क्0 रुपए, थ्री और फोर व्हीलर के लिए क्0 से ख्भ् रुपए तक की वसूली की जा रही है। पेटी कांट्रैक्टर इसकी रसीद भी लोगों को देते हैं।

खुद छपवाते हैं रसीद

जेएनएसी की ओर से पार्किग जिन कांट्रैक्टर को अलोट की जाती है। वे कांट्रेक्टर खुद ही पार्किग के लिए रसीद छपवाते हैं। जेएनएसी कांट्रेक्टर को टेंडर देने के बाद केवल पार्किग की मॉनिटरिंग करती है। बावजूद लोगों की शिकायत मिलने के बाद भी वेरिफिकेशन करने के नाम पर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता हैं।

नहीं है नोटिस बोर्ड

सिटी के किसी भी पार्किग स्पॉट पर नोटिस बोर्ड नहीं लगाया गया है। पार्किग के लिए निर्धारित रेट चार्ट भी किसी पार्किग स्पॉट में नहीं है। पार्किग के लिए वसूली कर रहे कुछेक लोगों की पहचान के लिए आई कार्ड जेएनएसी की ओर से दिया गया है, लेकिन कई ऐसे भी हैं, जो कि बिना किसी आई कार्ड के अवैध वसूली कर रहे हैं। जेएनएसी के अधिकारी का कहना है कि पूर्व में बोर्ड लगाया गया था, लेकिन प्रिंटिंग मिस्टेक की वजह से हटा दिया गया है। जबकि सिटी के लोगों का कहना है कि उन्होंने किसी भी पार्किग स्पॉट पर कभी भी किसी तरह का बोर्ड नहीं देखा है।

लोगों का है कहना

साकची सब्जी मंडी से आम बगान तक हर दिन जाम रहता है। वजह यहां भी वही है गाडि़यों की बेतरतीब पार्किग। इस रास्ते पर जाम लगने पर तो पुलिस भी गायब हो जाती है। इससे स्थिति और बिगड़ जाती है।

सौरभ कुमार

साकची में कई जगह हर वक्त जाम लगा रहता है। यहां की स्थिति तो ऐसी है कि घंटों जाम में खड़ा रहना पड़ता है। पार्किग की व्यवस्था तो है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता है और लोग अपनी मर्जी से गाडि़यां पार्क कर देते हैं।

प्रणव राय

सड़कों पर पार्किग होने की वजह से रोड चौड़ा होने का भी कोई फायदा नहीं हो रहा है। जेएनएसी वालों द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिए जाने से लोगों को इस रास्ते से गुजरने में काफी परेशानी होती है। अवैध पार्किग से लोगों का चलना मुश्किल हो जाता है।

-राहुल सिंह

आम बगान के आसपास का इलाका स्टूडेंट हब कहा जाता है, लेकिन यहां पार्किग की कोई व्यवस्था ही नहीं है। वहीं चोरी के डर से स्टूडेंट्स अपनी गाडि़यां रोड पर ही पार्क कर देते हैं।

-विकास कुमार

सिटी में अंडर ग्राउंड पार्किग की सुविधा सिर्फ बड़े-बड़े मॉलों में है। अगर जाम और अवैध पार्किग से छुटकारा पाना है, तो सिटी में अंडर ग्राउंड पार्किग की सुविधा करनी होगी, ताकि गाडि़यों को रोड पर पार्क करने की बजाय लोग सेफ जोन में पार्क कर सकेंगे।

-मनीषा कुमारी

शहर में पार्किंग की व्यवस्था तो है ही नहीं। लोग जहां-तहां गाडि़यां पार्क कर देते हैं। वहीं, एक-दो जगहों पर पार्किग के लिए तय चार्ज से अधिक वसूला जाता है। यही कारण है कि लोग अपनी गाडि़यां कहीं भी पार्क कर देते हैं।

-रागिनी दुबे

Posted By: Inextlive