- रेलवे स्टेशन पर टैक्सी बूथ हटाने को लेकर विवाद

रेलवे हर हाल में टैक्स बूथ हटाने पर है आमादा

देहरादून, रेलवे स्टेशन पर प्री पेड बूथ को लेकर टैक्स यूनियन और स्टेशन अधीक्षक के बीच विवाद जारी है. रेलवे का आरोप है कि पांच टैक्सी को बूथ पर खड़े होने की परमिशन दी गयी थी, लेकिन यहां पर करीब दो दर्जन टैक्सी खड़ी की जा रही हैं. जिसकी वजह से जाम की स्थिति पैदा हो रही है. रेलवे के डीआरएम ने निरीक्षण के दौरान स्टेशन अधीक्षक को पार्किग को लेकर सख्त आदेश दिये थे. इसके बावजूद आम पब्लिक को पार्किग की सुविधा नहीं मिल पा रही है.

पार्किग हाईजैक करने का आरोप

टैक्सी यूनियन का आरोप है कि रेलवे ने वर्ष 2015 में टैक्सी यूनियन की पार्किग को हाईजैक कर दिया था. पार्किंग में करीब 100 वाहन को खड़े किए जाने की जगह थी. यूनियन ने जब विरोध किया, तो रेलवे ने स्टेशन परिसर में पांच टैक्सियों को प्री पेड पार्किग दिए जाने का फैसला लिया था. शर्त यह रखी गयी थी कि एक टै्रफिक का सिपाही तैनात रहेगा. जिससे यात्रियों के साथ ठगी न हो. लेकिन, अब रेलवे स्टेशन की ओर से बूथ को हटाया जा रहा है.

पुलिस को नहीं जानकारी

ट्रैफिक पुलिस के पास बूथ का कोई रिकॉर्ड नहीं है. पुलिस अब पिछला रिकॉर्ड खंगालने की बात कर रही है. हालांकि रेलवे की ओर से कोई लेटर भी पुलिस को जारी नहीं किया गया है. ऐसे में पुलिस का कहना है कि पहले जांच किया जाएगा. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

लग जाता जाम

रेलवे विभाग का आरोप है कि टैक्सी चालक ट्रेन के आते ही वाहन को आड़े तिरछे खड़ा देते हैं. जिससे जाम की स्थिति पैदा हो जाती है. कई बार टैक्सी यूनियन को आदेश दिए जा चुका है कि वह ट्रेन के वक्त वाहन को इस तरह परिसर में खड़ा न करें. जिससे यात्रियों को दिक्कत हो. बावजूद टैक्सी चालक मानने को तैयार नहीं है.

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ट्रेन के आते ही जाम की स्थिति पैदा हो जाती है. टैक्सी चालक गलत तरीके से वाहन को पार्क कर देते हैं. जबकि पांच टैक्सी को परिसर में लगाने की परमिशन दी गयी है.

एसडी डोभाल, स्टेशन अधीक्षक

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वर्ष 2015 में रेलवे स्टेशन ने टैक्सी यूनियन के पार्किंग पर कब्जा कर लिया था. विरोध के बाद रेलवे ने प्री पेड बूथ में पांच टैक्सी को खड़ी करने की परमिशन दी. जिसके दस्तावेज भी है.

ख़लिक अहमद, पूर्व सचिव टैक्सी यूनियन

Posted By: Ravi Pal