- खाली प्लाट पर लगाया गया पार्षद के नाम का बैनर

- रोज दो सौ रुपए वसूले जाते हैं ठेली वालों से

- पार्षद ने कहा, किसने परमिशन दी मुझे नहीं पता

देहरादून, शहर में पार्षदों की शह पर अब खाली प्लॉटों में अवैध रूम से वेंडिग जोन भी चलाये जा रहे हैं। इसके ऐवज में वेंडर्स से बाकायदा हर रोज के हिसाब से किराया भी वसूला जा रहा है। सैटरडे को हनुमान चौक इलाके के बैंड बाजार में अतिक्रमण हटाने गयी पुलिस और नगर निगम की टीम को एक ऐसा ही खाली प्लाट मिला, जिस पर वेंडिंग जोन चल रहा था। प्लाट पर वार्ड नंबर 27 झंडा मोहल्ला के पार्षद अजय सिंघल का एक बैनर लगा हुआ था। अतिक्रमण हटाने गयी टीम ने हालांकि यहां जोर जबरदस्ती नहीं की, लेकिन यह आदेश जरूर दिया कि आइन्दा यहां ठेली-रेहड़ी न लगाई जाएं। उल्लेखनीय है कि दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने 25 जून को निजी प्लॉटों पर चलाये जाने वाले अवैध वेंडिंग जोन को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गयी है।

अवैध वेंडिं जोन से कमाई

नाम न छापने की शर्त पर एक ठेली वाले ने बताया कि हर दिन दो सौ रुपए वसूला जा रहा है। यानि की माह में छह हजार रुपए देने हैं। जबकि निगम की ओर से स्पष्ट कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति अपने निजी प्लाट में रेहड़ी, ठेली लगाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बावजूद पार्षद निगम के नियम कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं। शहर में कई इलाके ऐसे हैं, जहां निजी प्लाट में अवैध वेंडिंग जोन स्थापित कर करोड़ों का कारोबार किया जा रहा है, इससे निगम के रेवन्यू को मोटा चूना भी लग रहा है।

खूब चल रहे निजी वेंडिंग जोन

शहर में खाली पड़े प्लाट पर माफिया राज पनप रहा है। शहर के सरस्वती विहार में एक निजी पडे़ प्लाट में 80 ठेलियां लगाये जाने संबंधी खबर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने छापी थीँ ठेली वालों से प्रतिदिन 200 रुपए वसूला जा रहा था। इसके अलावा कांवली रोड इलाके में भी एक प्लाट पर 35 ठेलियां लगायी गयी थी। ठेली संचालकों से 50 रुपए वसूला जा रहा था। प्लाट मालिक की ओर से बिजली का कनेक्शन लिया गया था। 15 वॉट का 80 रुपए और 80 वॉट का 100 रुपए लिया जा रहा था।

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खाली प्लाट में बैनर लगाकर मेरे नाम का गलत इस्तेमाल किया गया। इस विषय में नगर निगम से चर्चा की जाएगी कि आखिर परमिशन किस आधार पर दी गयी है।

अजय सिंघल, पार्षद, झंडा मोहल्ला

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अवैध तरीके से प्लाट पर यदि ठेली लगायी जा रही है, जो कि गलत है। कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ठेली लगाने के लिए निगम की परमिशन लेनी जरूरी है।

सुनील उनियाल गामा, मेयर

Posted By: Inextlive