Bareilly : जंक्शन पर अवैध वेंडरिंग के ऑर्गनाइज्ड कारोबार की जड़े रेलवे अधिकारियों की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद भी पूरी तरह खत्म नहीं हो रही. अवैध वेंडर्स के धंधों पर बेशक रेलवे ऑफिशियल्स ने लगाम लगाने को अपना पूरा जोर लगा दिया. लेकिन जंक्शन पर करोड़ों के अवैध कारोबार को रोकने में फिलहाल नाकाम ही रहे. अधिकारियों की सबसे बड़ी परेशानी जंक्शन से इतर दूसरे स्टेशनों पर अवैध वेंडर्स के खिलाफ एक्शन न लिया जाना है. मजिस्ट्रेट इंस्पेक्शन से लेकर डीआरएम चेक तक की कार्रवाई जंक्शन पर ही अपना असर छोड़ पा रही है. वहीं लखनऊ-मुरादाबाद रूट के बाकी स्टेशनों पर चेकिंग के नाम पर खोखली कार्रवाई ने इन स्टेशनों को अनऑथराइज्ड वेंडर्स और उनके अवैध कारोबार को नया आशियाना दिया है.


जंक्शन तक ही रहा जोरबरेली जंक्शन पर अवैध वेंडर्स के कारोबार पर लगातार किरकिरी झेलने पर डीआरएम मुरादाबाद ऑफिस को खुद इस पर एक्शन लेना पड़ा। डीआरएम चेक से जहां जंक्शन पर अवैध वेंडर्स के खिलाफ ऑर्गनाइज तरीके से ही मुहिम शुरू हुई। वहीं मजिस्ट्रेट चेकिंग ने भी अवैध वेंडर्स की धरपकड़ तेज की। लेकिन जिम्मेदारों का यह सारा जोर जंक्शन तक ही इफेक्टिव रहा। ऑफिशियल ने बताया कि मुरादाबाद से लेकर रामपुर, शाहजहांपुर, हरदोई और लखनऊ तक अवैध वेंडर्स ने जबरदस्त घुसपैठ कर अपने कारोबार को बढ़ाया है। रामपुर, शाहजहांपुर, हरदोई, संडीला जैसे कंपेरेटिवली छोटे स्टेशंस पर चेकिंग न होने से अवैध खाना और अनअप्रूव्ड पानी की सप्लाई बड़े पैमाने पर ट्रेनों के अंदर तक हो रही है।नजदीकी स्टेशन नया ठिकाना


जंक्शन पर रेलवे मजिस्ट्रेट बलराज सिंह और सीआईटी आरएस श्रीवास्तव व मो। बिलाल की अगुवाई में अवैध वेंडर्स के खिलाफ जबरदस्त छापेामरी की जा रही है। इससे घबराए अवैध कारोबारियों और ठेकेदारों ने जंक्शन के बजाए इसके नजदीकी स्टेशनों से अपना धंधा ऑपरेट करना शुरू किया है। चेकिंग स्क्वॉयड से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक जंक्शन पर सख्ती के बाद चनेहटी व रसूइया जैसे छोटे स्टेशन अवैध खाना सप्लाई करने के नए सोर्स बन गए हैं। अवैध कारोबारी निजी वाहनों या ऑटो से खाने का सामान इन स्टेशनों पर पहुंचाते हैं। जहां से चोरी छुपे किसान एक्सप्रेस, डुप्लीकेट पंजाब मेल, न्यू फरक्का एक्सप्रेस, शहीद एक्सप्रेस और सत्याग्रह एक्सप्रेस सहित कई और ट्रेनों में यह सामान सप्लाई किया जाता है।पीताम्बरपुर में पानी का स्टॉक अवैध वेंडर्स के साथ ही अनअप्रूव्ड पानी के बिजनेस से भी हर महीने लाखों का रेवेन्यू लॉस झेल रहे रेलवे के लिए छोटे स्टेशन मुसीबत बने हुए हैं। जंक्शन पर काफी हद तक अनअप्रूव्ड पानी रीजेंसी पर लगाम लगी तो इसकी धार ने छोटे स्टेशनों को अपनी चपेट में ले लिया है। डीआरएम चेकिंग स्क्वॉयड से जुड़े जानकारों ने बताया कि जंक्शन पर बैन रीजेंसी और कीटोन कंपनी के बोतलबंद पानी को पीताम्बरपुर स्टेशन से ट्रेनों के जरिए शाहजहांपुर, हरदोई और लखनऊ तक में खपाया जा रहा है। शाहजहांपुर का प्लेटफॉर्म नं। 2 रीजेंसी पानी के स्टॉक से पटा पड़ा है। जिसे चोरी छुपे लीगल वेंडर्स से लेकर ट्रेनों में सप्लाई किया जा रहा है। काशी विश्वनाथ, श्रमजीवी व गोहाटी एक्सप्रेस में बड़े पैमाने पर अनअप्रूव्ड पानी की सप्लाई पकड़ी गई है।अवैध सामान जŽत

जंक्शन पर प्लेटफॉम्र्स और ट्रेनों में अवैध वेंडर्स से पकड़े गए सामान और अनअप्रूव्ड पानी व कोल्डड्रिंक  को जŽत कर लिया जाता है। इसमें से खाने के सामान को चेंकिंग स्क्वॉयड की ओर से डंप कर दिया जाता है, लेकिन अनअप्रूव्ड पानी की बोतलों और कोल्डड्रिंक्स को नीलामी के लिए स्टोर कर लिया जाता है। जŽत सामान की एक्सपायरी डेट से पहले ही इस सामान को नीलाम किया जाता है। जिसकी  जिम्मेदारी ऑक्शन कमेटी की होती है। सोर्सेज का कहना है कि इस अवैध वेंडरिंग के कारोबार से जुड़े लोग भी ऑक्शन में शामिल होते हैं। जो बेहद सस्ते दामों में इस जŽतशुदा अनअप्रूव्ड पानी व कोल्डड्रिंक्स को खरीद वापस इसे अपने धंधे में खपा लेते हैं। रेलवे के पास खरीददारों की जांच पड़ताल का अधिकार नहीं। ऐसे में वह फिर से पकड़े गए सामान को फिर से अवैध वेंडरिंग में जाने से रोकने में नाकाम रहती है।खुला स्टेशन, अवैध कारोबार का 'गेट'

बरेली जंक्शन पर अवैध वेंडर्स के पनपने, जल्द न पकड़े जाने और सख्त कार्रवाई न होने की एक बड़ी वजह जंक्शन का चारों ओर से खुला होना है। प्लेटफॉर्म 1 पर ही जहां मेन एंट्री के अलावा 4 खुले रास्ते हैं, जहां से लोग बेरोकटोक  गुजरते हैं। प्लेटफॉर्म 1 पर ही सुभाषनगर पुलिया से जुड़े रास्ते पर एक गेट है जो खास सिचुएशन में अधिकारियों क परमिशन से ही खोला जाना चाहिए, लेकिन यह हमेशा खुला रहता है। जहां से सबसे ज्यादा अवैध सामान रात के अंधेरे में सभी प्लेटफॉम्र्स तक रिक्शे से सप्लाई किया जाता है। यही हाल एनईआर के प्लेटफॉर्म 6 व 7 का है। जहां सुभाषनगर के रास्ते अवैध वेंडर्स और उनका माल 24 घंटे प्लेटफॉर्म 2, 3 व 4 पर सप्लाई करते हैं।'जंक्शन पर अवैध वेंडर्स के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई में तेजी लाई जा रही है। इसी कड़ी में कॉमर्शियल टीम की ओर से मंडे को भी सभी प्लेटफॉम्र्स पर छापा मारा गया। आरपीएफ और कॉमर्शियल टीम के सहयोग से रातों को भी इंस्पेक्शन शुरू कराया गया है। जंक्शन को चारो ओर से सिक्योर व बाउंड्री कराने के लिए कई बार सीनियर्स से बात की गई, पर कुछ हुआ नहीं.' - आदिल जिया सिदिदकी, स्टेशन सुपरिटेंडेंट

Posted By: Inextlive