JAMSHEDPUR: सीतारामडेरा के छायानगर में उत्पाद विभाग ने नकली विदेशी शराब की फैक्ट्री पकड़ी है। इस फैक्ट्री में रायल स्टैग, इंपीरियल ब्लू और मैकडावेल जैसे ब्रांड की नकली शराब बनाई जाती थी। फैक्ट्री में नकली विदेशी शराब बनाने के लिए स्प्रीट समेत अन्य लिक्विड (तरल) धनबाद से तस्करी कर लाया जाता था। जबकि, बोतल का कार्क ढक्कन और रैपर कोलकाता से मंगाया जाता था। ये फैक्ट्री मानगो के दाईगुट्टू का पिंटू प्रसाद, जीतू साहू और चंडीनगर का गोपी कर्मकार चलाते थे। उत्पाद विभाग की छापामारी में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उत्पाद विभाग फैक्ट्री संचालकों की तलाश में जुट गया है। तीनों के खिलाफ सीतारामडेरा थाने में केस दर्ज करा दिया गया है।

मिली थी सूचना

उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर अजय कुमार और प्रवीण राणा को सूचना मिली थी कि छायानगर में नकली विदेशी शराब बनाई जा रही है। इस पर दोनों इंस्पेक्टरों ने खुद छाया नगर जाकर फैक्ट्री को देखा और 15 मिनट के अंदर ही वहां छापामारी कर दी। छायानगर में नकली शराब पकड़े जाते ही वहां हड़कंप मच गया। मानगो के जीतू साहू और पिंटू कर्मकार द्वारा चलाई जा रही इस नकली शराब की फैक्ट्री से उत्पाद विभाग ने तकरीबन सवा लाख रुपए की अंग्रेजी शराब बरामद की है। उत्पाद विभाग को यहां से 8 पेटी इंपीरियल ब्लू और 4 पेटी रॉयल स्टैग शराब मिली है। साथ ही मैकडॉवेल की खाली बोतल की 25 पेटी मिली है। इसके अलावा 100 लीटर स्प्रिट मिला हुआ तरल, 100 क्वार्क का ढक्कन और कई कार्टून मिले हैं। 200 लीटर का 1 ग्राम और 35 लीटर के कई बार भी बरामद हुए हैं।

लोगों ने कुछ नहीं बताया

सहायक उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर अजय कुमार और प्रवीण राणा ने बताया कि यह शराब फैक्ट्री एक जर्जर मकान में चल रही थी। लेकिन यह मकान किसका है इस बारे में आसपास के लोगों ने बताने से इनकार कर दिया। इंस्पेक्टर अजय कुमार ने बताया कि जांच में पता चला है कि यह फैक्ट्री तकरीबन 3 महीने से चल रही थी। उन्होंने बताया कि जिले में नकली अंग्रेजी शराब बनाने का धंधा कुटीर उद्योग जैसा हो गया है। लेकिन उत्पाद विभाग संसाधनों की कमी के चलते इस पर लगाम नहीं कस पा रहा है।

Posted By: Inextlive