मौके से हजारों लीटर केमिकल और शराब की पैकिंग के लिए खाली बोतल और पव्वे बरामद

मेरठ। मेरठ की सर्विलांस सेल और परीक्षितगढ़ पुलिस ने क्षेत्र में अवैध शराब फैक्ट्री का खुलासा करते हुए भारी मात्रा में नकली शराब बनाने का केमिकल और अन्य सामान बरामद किया है। खास बात यह है कि इसी गिरोह द्वारा बनाई गई जहरीली शराब पीकर वर्ष 2013 में जिले में पांच लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में जमानत पर छूटने के बाद आरोपियों ने एक बार फिर से मौत का सामान बनाना शुरू कर दिया। मगर इससे पहले कि यह शराब बाजार में बेची जाती पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

क्या है मामला

एसएसपी अजय साहनी ने पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि सर्विलांस सेल पिछले कई दिनों से कुछ मोबाइल नंबरों पर होने वाली संदिग्ध बातों को सुन रही थी। जिसके बाद परीक्षितगढ़ पुलिस और सर्विलांस सेल ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए खानपुर बांगर के जंगल में जमीन के नीचे अंडरग्राउंड गोदाम पर छापा मारा। पुलिस ने मौके से गिरोह के सरगना यासीन उर्फ भूरा सहित छह बदमाशों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के नाम अरविंद, सुशील, जगजीवन उर्फ जग्गू, भारत भूषण और रविंद्र उर्फ रवि हैं। आरोपियों के दो साथी संदीप और मोनू मौके से फरार हो गए। पुलिस को मौके से हजारों लीटर रेक्टिफाइड केमिकल और शराब की पैकिंग करने के लिए खाली बोतल और पव्वे बरामद हुए। इसी के साथ तीन लग्जरी कार भी बरामद की गईं, जिनमें से एक कार पर एनएसजी का लोगो लगा था। एसएसपी ने बताया कि यह सब लोग एनएसजी का लोगों लगी कार में आसपास के जिलों में शराब की सप्लाई करते थे। वर्ष 2013 में सभी आरोपी हस्तिनापुर में हुए जहरीली शराब कांड में जेल गए थे। मगर जेल से छूटने के बाद उन्होंने फिर से जंगल में शराब की फैक्ट्री खोल ली थी। सभी आरोपियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा कायम कर सख्त कार्रवाई की जा रही है।

Posted By: Inextlive