- मेडिकल कॉलेज में सभी सुविधा होने के बावजूद नहीं होता कोई रिसर्च

Meerut: सरकारी मेडिकल कॉलेजों की इमेज जनता की नजरों में अच्छी नहीं है। उसे सुधारने की कोशिश हर सरकारी डॉक्टर को करनी चाहिए। सरकारी डॉक्टर अभी जनता का विश्वास जीतने में नाकाम रहे हैं। उन्हें कोशिश करनी चाहिए कि जनता उन पर भरोसा करने लगे। पिछले कुछ दिनों में मेडिकल कॉलेज की इमेज को बट्टा लगा है, जिसे सुधारने की जरुरत है। ये बात मेडिकल कॉलेज की एमआरआई उद्घाटन के दौरान श्रम एवं सेवायोजन मंत्री शाहिद मंजूर ने डॉक्टरों को संबोधित करते हुए कही।

न छपे तो अच्छा

शाहिद मंजूर ने डॉक्टरों मेडिकल कॉलेज प्रशासन और डॉक्टरों को हिदायत देते हुए कहा कि जब भी अखबार में पढ़ता हूं, मेडिकल की नकारात्मक खबर ही आती है। कुछ अच्छा काम करके अखबारों में आएं तो बहुत अच्छा होगा। अन्यथा बिना छपे भी स्थिति कुछ अच्छी मानी जाती है।

दलालों से बचाया

उन्होंने स्वयं ही अपनी शान में कसीदे गढ़ते हुए कहा कि यह मेडिकल अस्पताल निजी हाथों में जा रहा था, जिसे उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलकर दलालों के हाथों में जाने से बचा लिया है। अब एमआरआई लगने के बाद मेडिकल में राष्ट्रीय स्तर की सभी सुविधाएं उपलब्ध हो गई हैं।

कोई रिसर्च नहीं होती

देश से खबरें आती रहती हैं कि आज उस डॉक्टर ने यह कारनामा कर दिया। लेकिन अपने मेडिकल कॉलेज में सभी सुविधा होने के बावजूद भी कोई डॉक्टर कोई रिसर्च या कारनामा नहीं कर पा रहा है। ये दुर्भाग्य की बात है। मुख्य रूप से मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। केके गुप्ता, सीएमएस डॉ। सुभाष सिंह, रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ.याशमीन उस्मानी उपस्थित रहे।

Posted By: Inextlive