केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत सामान्य तारीख की तुलना में थोड़ा देर से होने की संभावना है। मानसून इस साल 5 जून तक दक्षिणी राज्य में पहुंचने की उम्मीद है।

नई दिल्ली (पीटीआई / एएनआई)। कोरोना संकट के बीच मानसून का इंतजार कर रहे लोगों के लिए बड़ी खबर है। अभी लोगों को मानसून के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ता है। इस संबंध में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को कहा कि केरल में दक्षिण पश्चिम मानसून की शुरुआत में चार दिन की देरी हो सकती है। मानसून के अपनी सामान्य शुरुआत की तारीख के चार दिन बाद 5 जून तक दक्षिणी राज्य में पहुंचने की उम्मीद है।

16 मई की शाम चक्रवाती तूफान आने की आशंका

केरल में मानसून की शुरुआत देश में चार महीने की वर्षा के मौसम की आधिकारिक शुरुआत है। इसके बाद धीरे पूरे देश में बारिश होती है। न्यूज एजेंसी एएनआई के एक ट्वीट के मुताबिक मौसम विज्ञान विभाग का पूर्वानुमान है कि बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र निर्मित हो रहा है। इसके अगले 12 घंटों में और कल और बढ़ने की आशंका है। 16 मई की शाम चक्रवाती तूफान आने की आशंका है। वहीं इस साल भारी बारिश होने की संभावना है।

इस साल मानसून सामान्य से ज्यादा रहने के आसार

हाल ही एक प्राइवेट वेदर फाॅरकास्टर कंपनी ने पुर्वानुमान किया था कि इस साल ला नीना की स्थितियों के कारण मानसून सामान्य से ज्यादा रहने के आसार हैं। इससे जरूरत से ज्यादा बरसात हो सकती है। वहीं वेदर कंपनी आईबीएम के एक उपक्रम ने पूर्वानुमान जताया है कि इस बार मानसून एक दिन पहले ही यानी कि 31 मई को केरल में आ सकता है। अगर ये पूर्वानुमान सच साबित होता है तो भारत में लगातार दूसरे साल सामान्य से अधिक वर्षा होगी।

Posted By: Shweta Mishra