पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने खुद को 'कश्मीर का राजदूत' बताया है। इसके साथ उन्होंने कहा है कि जब तक कश्मीर में 'आजादी' नहीं मिल जाती तब तक वह लड़ते रहेंगे।


इस्लामाबाद (एएनआई)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने खुद को 'कश्मीर का राजदूत' बताया है। इसके साथ उन्होंने कहा है कि जब तक कश्मीर 'आजाद' नहीं हो जाता तब तक वह लड़ते रहेंगे। देश को संबोधित करते हुए पीएम इमरान ने यह भी चेतावनी दी कि भारत और पाकिस्तान दोनों देश परमाणु शक्तियां हैं और अगर दोनों के बीच युद्ध होता है तो पूरी दुनिया प्रभावित होगी। उन्होंने खैबर पख्तूनख्वा में एक समारोह में बोलते हुए कहा, 'मैं कश्मीर का राजदूत हूं और जब तक कश्मीर 'आजाद' नहीं हो जाता तब तक वह लड़ता रहूंगा। मैं हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर की बात को रखूंगा। मैं कश्मीरियों के लिए लड़ता रहूंगा और उनके साथ खड़ा रहूंगा।'कश्मीर में खुले प्राथमिक विद्यालय, सुरक्षा के पुख्ता इंतजामपीएम मोदी ने खेला आखिरी कार्ड
खान ने कहा कि मोदी ने कशमीर पर अपना 'आखिरी कार्ड' खेला है और अब पाकिस्तान तय करेगा कि उसे क्या करना है। बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का संकल्प व जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन व जम्मू-कश्मीर आरक्षण संशोधन विधेयक पेश किया था। राज्यसभा में अनुच्छेद 370 संबंधी प्रस्ताव स्वीकार और जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक पास हो गया था। इसके बाद दूसरे दिन यह लोकसभा में पेश हुआ और शाम को यहां से भी हरी झंडी मिली गई। प्रस्ताव पास होने के बाद अब जम्मू-कश्मीर विधानसभा वाला केंद्र शासित प्रदेश बन गया। वहीं लद्दाख को बिना विधानसभा के केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया। इसी मामले को लेकर पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की तरफ से इस तरह का बयान सामने आया है।

Posted By: Mukul Kumar