In a bubble
भले ही अभी तक चित्रांगदा ने फिल्मों के लिए शॉवर नहीं लिया है लेकिन वह अपने बाथरूम के मामले में काफी तुनकमिजाज हैं. आप भी जानिए...
Lifestyle statement
बाथरूम एक बेहद पर्सनल स्पेस है. मुझे ये थॉट पसंद नहीं है कि बाथरूम को घर के बाकी स्पेस की तरह अच्छा दिखने की जरूरत नहीं है. बाथरूम आपके घर का एक्सटेंशन है. ये आपके लिविंग रूम की ही तरह आपकी पर्सनैलिटी को रिफ्लेक्ट करता है. सो, मुझे अपने बाथरूम स्पेस में इन्वेस्ट करना पसंद है.
मुझे ये स्पेस पसंद है. ये वो जगह है जहां मैं आइडियाज सोचती हूं. आपको पता ही होगा कि कुछ सबसे बेहतरीन आइडियाज बाथरूम में ही आते हैं. मैं शीशे के सामने, खुद से बात करते हुए घंटों बिता सकती हूं. कभी-कभी फाइनल डिसीजन बाथरूम में ही होता है. ये वो जगह है जहां मैं अपने छोटे-मोटे मेकअप एक्सपेरिमेंट्स करती हूं. आपको पता है कि अगर कुछ गड़बड़ हो जाए तो आप फौरन अपना मुंह धो सकते हैं.
मेरे बाथरूम में जो इकलौती चीज साफ नहीं दिखती, वह है मेरी शेल्फ. इसमें कई बॉटल, जार, ट्यूब वगैरह पड़े रहते हैं. ये कुल मिलाकर 50 से भी ज्यादा होंगे. Time to rejuvenate
एक लम्बे हॉट बाथ जितना रेजुवनेटिंग कुछ भी नहीं हो सकता. हां टाइम का ना होना एक दिक्कत है. अक्सर मुझे एक फटाफट शॉवर से ही काम चलाना पड़ता है. मगर छुट्टी के दिन मैं कम से कम एक घंटे बाथटब में पड़े रहना पसंद करती हूं. ये मुझे पूरी तरह डीस्ट्रेस कर देता है और दर्द कम कर देता है. अगर मैं खुद को पैम्पर करने के मूड में हुई तो मैं कैंडल, अरोमैटिक ऑयल्स, बाथ सॉल्ट वगैरह से पूरा माहौल तैयार करती हूं.