- छावनी में दो जगहों पर लगाए जाएंगे वॉटर एटीएम

- कर्मचारियों के डीए में 136 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी

LUCKNOW :

छावनी क्षेत्र में रहने वालों को शुद्घ पेयजल मुहैया कराने के लिए दो जगहों पर वॉटर एटीएम लगाए जाएंगे। जहां लोगों को एक रुपये लीटर पानी मिलेगा। इस स्कीम में एक बार में एक व्यक्ति को केवल पांच लीटर पानी दिया जाएगा। बुधवार को छावनी परिषद की बैठक में इस योजना को मंजूरी दे दी गई। इसमें से एक एटीएम मंगल पांडेय रोड पर पार्किग स्थल के पास और दूसरा नेहरू रोड गुरमुख सिंह पार्क के पास लगाया जाएगा। योजना की शुरुआत 15 अगस्त को होगी।

घरों में आ रहा गंदा पानी

परिषद की बैठक जैसे ही शुरू हुई सभासदों ने क्षेत्र में गंदे पानी की सप्लाई का मुद्दा उठाया। संजय वैश्य ने मोबाइल पर फोटो दिखाते हुए कहा, 'सर, घरों में गंदा पानी आ रहा है। खासकर बनिया मुहाल के एक नंबर पम्प से आने वाले पानी में मिट्टी आ रही है। वहीं रीना सिंघानिया ने कहा, बुधवार को सुबह पौने छह बजे वह जब क्षेत्र में लगे पम्प पर पहुंचीं तो देखा पानी में मिट्टी आ रही है। इस पर सीईओ एनवी सत्यनारायण ने जल्द स्वच्छ पानी के लिए उचित कदम उठाए जाने का आश्वासन दिया।

कूड़ा कलेक्शन पर 40 रुपये फीस

छावनी एरिया में रहने वालों को अब कूड़ा कलेक्शन का चार्ज 40 रुपये प्रतिमाह देना होगा। सीईओ एनवी सत्यनारायण ने बताया कि नगर निगम शहर में प्रति घर 40 रुपये कूड़ा उठवाने के लिए लेता है। यही व्यवस्था कैंट में लागू होगी। फीस सिर्फ उसी घर से ली जाएगी जहां से कूड़ा कलेक्शन होगा।

गोकुल नगरी में शिफ्ट होगी डेरियां

छावनी एरिया में अवैध रूप से चल रही डेरियों को गोकुल नगरी में शिफ्ट किया जाएगा। पहले चरण में अभी 19 लोगों ने एप्लीकेशन दी है। सदस्य अमित शुक्ला और जगदीश प्रसाद ने गोकुल नगरी में मूलभूत सुविधाएं न होने का मुद्दा उठाया और मांग की कि वहां शिफ्ट होने वालों को टीन शेड लगाकर दिया जाए। सदस्यों का कहना था कि जब सिक्योरिटी के नाम पर डेरी चालकों से 50 हजार रुपये लिए जा रहे हैं तो जब तक सुविधाएं न हो जाएं तब तक जानवरों को शिफ्ट न किया जाए। सदस्यों की आपत्ति के बाद तय हुआ कि सिविल एरिया कमेटी गोकुल नगरी का निरीक्षण करेगी। उसकी संतुष्टि के बाद ही शिफ्टिंग प्रक्रिया की जाएगी।

इन पर बनी सहमति

- स्वच्छता एक्शन प्लान में साल 2017-18, 2018-19 में चार-चार करोड़ का प्लान।

- कैंट में 10 मोबाइल टॉयलेट बनाए जाएंगे

- कैंट जनरल हॉस्पिटल में लगेंगी डिजिटल एक्स-रे मशीन, एक और डॉक्टर की होगी तैनाती

- छावनी परिषद कर्मचारियों के लिए डीए ग्रांट 136 फीसद बढ़ाने को मंजूरी

-100 दिन के अंदर तैयार होगा स्मार्ट कैंट का प्रस्ताव

सदस्यों और सीईओ में नोकझोक

छावनी बोर्ड की बैठक में सदस्यों ने आरोप लगाया कि सीईओ सदस्यों के काम में रुचि नहीं दिखाते हैं। सिर्फ प्रस्तावों को टालते रहते हैं। सदस्य रीना सिंघानिया ने कहा कि एक रिश्तेदार की शादी के लिए उन्होंने बड़ा सामुदायिक केंद्र आरक्षित कराया था, इसके लिए वह पैसा जमा करने वाली थीं लेकिन एक दिन विलंब होने पर परिषद के कर्मचारी 'केसरवानी जी' ने बुकिंग निरस्त करने की बात की। प्रमोद शर्मा, जगदीश प्रसाद ने भी अपने-अपने क्षेत्र के काम न हो पाने का आरोप लगाया और सदन का बहिष्कार किया। इस दौरान उपाध्यक्ष अंजुम आरा भी सदस्यों के समर्थन में आ गई और उनकी सीईओ से तकरारहुई। हालांकि मेजर जनरल विनोद शर्मा के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।

Posted By: Inextlive