तिरुअनंतपुरम के सेंट थॉमस सेंट्रल स्कूल में बीती जुलाई को एक छात्र ने आर्ट प्रतियोगिता में जीती छात्रा को गले म‍िलकर बधाई दी थी। यह बात स्‍कूल प्रशासन को नागवार गुजरी थी और उसे सस्‍पेंड कर द‍िया। अब यह मामला केरल हाईकोर्ट तक पहुंच चुका है। कोर्ट ने भी इस मामले में स्‍कूल के फैसले को बरकरार रखा है। खैर ये मामला तो कोर्ट में है लेक‍िन आइए आज यहां पढ़ें गले लगने के ये 5 तरीके बताते हैं बहुत कुछ...


गले मिलकर पीठ थपथपाना जब कोई दोस्त, कलीग और रिश्तेदार गले लगकर पीठ थपथपाता है तो वह एक अच्छे दोस्त होने का संदेश देता है। इससे पता चलता है कि वह हर वक्त आपके साथ है। वह हर दुख-सुख में आपके साथ एक मजबूती से खड़ा होने के लिए तैयार है। गले मिलकर जल्दी न छोड़नाजब भी कोई गले मिलते समय कसकर पकड़े और जल्दी न छोड़े तो इससे भावुकता साफ झलकती है। अक्सर ऐसी स्िथति काफी लंबे समय बाद मिलने पर होती है। इसका अर्थ होता है वह अपनी खुशी का इजहार करने के साथ ही धन्यवाद भी दे रहा है। कोई खास दिलचस्पी नहीं होती
अक्सर देखा जाता है कि एक व्यक्ति तो काफी अच्छे से गले मिल रहा है। वहीं दूसरा व्यक्ति एक मूर्ति की तरह खड़ा होता और उसकी बॉडी में कोई मूवमेंट नहीं होता है। इससे साफ है कि मूर्ति की तरह खड़े व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति में कोई रूचि नहीं है।SSP ऑफिस में अच्छे से ये काम संभाल रहा लंगूर, इस कंपनी में बकरियां भी अच्छी सैलरी में करती हैं नौकरी

Posted By: Shweta Mishra