- प्रशासन की चुप्पी ने खराब की शहर की आबोहवा

- सफाई कर्मियों के वेतन ने शहर को समस्या में डाला

- अफसरों ने धारण किया मौन व्रत, कर्मचारी मचा रहे उत्पात

- सपा नेताओं को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की

Meerut: महानगर में गंदगी का खुला तांडव बरकार है। निगम निगम के संविदा सफाई कर्मी शहर में रोड शो कर सड़कों को कूड़ा करकट और मृत पशुओं के शवों से पाट रहे हैं। शहर के सड़कों और चौराहों पर उठ रही दुर्गध का आलम यह है कि शहरवासियों का दम घुट जाए। अपनी मांग मनवाने की बात पर अड़े निगम कर्मियों की बात तो समझ में आती है, लेकिन शहर की जिम्मेदारी को लेकर प्रशासन का जो चौंकाने वाले चेहरा सामने आ रहा है वो हैरत में डालने वाला है। आज जबकि शहर को कूड़े के ढ़ेर में तब्दील हुए चार दिन हो गए बावजूद इसके नगर की सफाई व्यवस्था केवल निगम या पुलिस प्रशासन के अफसरों के आश्वासन पर टिकी है।

सफाई कर्मियों का उत्पात जारी

हड़ताल के चौथे दिन रविवार को भी निगम संविदा सफाई कर्मियों का उत्पात जारी रहा। दोपहर क्ख् बजे सभी सफाई कर्मी भूमिया पुल पर एकत्रित हुए। यहां से बाइक पर सवार सफाई कर्मी रोड शो करते हुए भूमिया पुल, ओडियन सिनेमा, दिल्ली रोड, माधवपुरम, रेलवे रोड, रौनकपुरा होते हुए मकबरा डिग्गी और भी घंटा घर पहुंचे। रोड शो के दौरान सफई कर्मियों ने सड़कों पर रखे नगर निगम के डस्टबीन उलटे कर दिए और सड़कों पर गंदगी फैला दी। कुछ कर्मचारियों ने मृत पशुओं को भी सड़कों पर फेंका।

सपा नेताओं को सौंपा ज्ञापन

रोड शो के दौरान सफाई कर्मियों ने कबीना मंत्री शाहिद मंजूर, विधायक गुलाम मोहम्मद और एमएलसी सरोजनी अग्रवाल को अपने मांग पत्र भी सौंपे। कर्मचारियों ने सपा नेताओं से मिलकर कहा कि उनकी वेतन वृद्धि में सबसे बड़ा रोडा भाजपा पार्षद और उनकी नगर निगम की कैबिनेट है। इस बीच सपा नेताओं ने उनकी आवाज शासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।

उत्पात पर अफसर मौन

शहर में संविदा सफाई कर्मी जितना उत्पात मचा रहे हैं, अफसर उतनी ही चुप्पी साधे हुए हैं। पिछले चार दिनों से शहर कूड़े के हवाले है और अफसर कान में तेल डाल कर चैन की नींद सो रहे हैं। उधर निगम कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर रखी है। बावजूद इसके प्रशासन को शहर और शहरवासियों की कोई सुध नहीं है।

सफाई कर्मियों से वार्ता का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही कोई सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा।

एसके दुबे, नगर आयुक्त

सोमवार को बोर्ड बैठक में मुद्दा उठाया जाएगा। यदि कोई निर्णय निकलता तो शहर को कूड़े में तब्दील कर दिया जाएगा।

कैलाश चंदौला, महामंत्री सफाई मजदूर संघ

Posted By: Inextlive