ट्रिपल आईटी में 29 अगस्त को होने वाली ब्रिज अर्बन रूरल ड्राइव की मीटिंग में परमात्मा को भी होना था शामिल

भाई ने बताया ऑफिशियली किया गया था इन्वाइट, मौत के बाद कैंसल हो गई मीटिंग

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: भारतीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) इलाहाबाद के पूर्व प्रोजेक्ट कर्मी परमात्मा यादव के सुसाइड मामले को लेकर पुलिस और ट्रिपल आईटी प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। ऐसे में लोगों की नजर इस बात पर टिकी हुई है कि आखिर इस मामले में क्या ठोस कार्रवाई और फैसला आने वाला है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट भी बराबर इस घटनाक्रम से जुड़े पहलुओं और तथ्यों के बारे में लगातार जानकारी दे रहा है। एक अहम बात यह सामने आई है कि मौत के अगले दिन परमात्मा की मोबाइल में ट्रिपल आइटी में होने वाली मीटिंग का अलार्म बजा था।

मौत के एक दिन बाद बजा था अलार्म

मृतक के भाई अवनीश ने रविवार को एक अहम जानकारी दी। अविनाश के मुताबिक 28 अगस्त को घटना के ठीक एक दिन बाद 29 अगस्त दिन मंगलवार को भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अन्तर्गत संचालित प्रोजेक्ट बर्ड (ब्रिज अर्बन रूरल ड्राइव) की मीटिंग होनी थी। इसमें शामिल होने के लिये परमात्मा को ऑफिसिशली बुलाया गया था। वह मीटिंग में जाने के लिये हमेशा मोबाइल पर कैलेंडर प्लानिंग करके पहले से रखता था। मंगलवार की सुबह 10 बजे उसके मोबाइल के रिमाइंडर का अलार्म भी बजा था।

गोरखपुर के गांव से आईआईआईटी तक

हाईस्कूल - कुसमौल स्कूल, यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट- महात्मा गांधी इंटर कॉलेज गोरखपुर

बीएससी फ‌र्स्ट डिवीजन- सेंट एंड्रुयज डिग्री कॉलेज गोरखपुर

एमसीए- 80 परसेंट मा‌र्क्स, आईएमई गाजियाबाद

एमटेक- 70 परसेंट मा‌र्क्स- पांडिचेरी यूनिवर्सिटी

जुलाई 2014 से ट्रिपल आईटी में बतौर प्रोजेक्ट स्टॉफ

सामान्य परिवार से रसम्बंध

मौजूदा वक्त में भले ही परमात्मा अपने साथियों और परिजनों के साथ नहीं है। लेकिन उसकी कमी उसके साथ के लोगों को बहुत परेशान कर रही है। सरल और सीधे स्वभाव के परमात्मा के बारे में भाई अवनीश बताते हैं कि वे भले ही सीआईएसएफ के सब इंस्पेक्टर हैं और फिलहाल मिनिस्ट्री में कार्यरत हैं। लेकिन उनका परिवार सामान्य ही है। उनके बड़े भाई सुनील यादव एक प्राईवेट इंप्लाई हैं। परमात्मा का ख्वाब खुद का कॉलेज खोलने का था। यही कारण है कि उसकी सलाह पर अवनीश भी एमबीए कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वह अपनी पत्नी ऋतु को भी उसके पांव पर खड़ा करना चाहता था। यही कारण है कि उसने 01 दिसम्बर 2016 को शादी के कुछ समय बाद ही पत्नी को तैयारी के लिये इलाहाबाद बुलाकर अपने पास रख लिया था।

विदेशों तक मानते थे लोहा

प्राप्त जानकारी के मुताबिक गोरखपुर के ग्राम महाबीर छपरा थाना बेलीपार के रहने वाले परमात्मा यादव का शैक्षिक रिकार्ड शुरू से ही काफी बेहतर था। उसकी गिनती एक मेधावी स्टूडेंट में होती थी। यही कारण है कि उसके दोस्त देश के नामचीन इंस्टीट्यूशंस से लेकर विदेश तक में हैं।

Posted By: Inextlive