शहर में चिकनपॉक्स का बढ़ा प्रकोप
- शहर में आधा दर्जन चिकनपॉक्स के चपेट में
- जिला अस्पताल व निजी अस्पताल में पहुंच रहे मरीज GORAKHPUR: शहर में चिकन पॉक्स ने पांव फैलाना शुरू कर दिया है। सरकारी व निजी अस्पताल में चिकन पॉक्स के मरीजों की तादात बढ़ रही है। शहर में आधा दर्जन से अधिक बच्चे और किशोर चिकन पॉक्स से पीडि़त हैं। डॉक्टर्स ने पीडि़त मरीजों को घर में आराम करने और आइसोलेशन में रहने की सलाह दी है। बुधवार को जिला अस्पताल में तीन से चार नए मरीज सामने आए। पीडि़तों में दो से 12 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों की संख्या काफी ज्यादा है। शहर के तारामंडल, शाहपुर, राप्ती नगर आदि इलाकों से ज्यादा मरीज आ रहें है। चिकन पॉक्स क्या है और इससे कैसे बचा जाए इसके बारे में चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ। नवीन वर्मा ने तस्वीर साफ की। क्या है चिकन पॉक्सयह एक प्रकार का वायरल इंफेक्शन है। जो संक्रामक है। यह दस साल तक के बच्चों में तेजी से फैलता है। घर में एक बच्चे को हो जाने पर अन्य बच्चों को होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है।
क्यों होता है चिकन पॉक्समौसम में बेहद उतार चढ़ाव हो जाने से यह होता है। इस समय जैसे अचानक उमस भरी गर्मी हो जाती है और कुछ देर बाद बारिश की स्थिति बन जाती है, ऐसे में चिकन पॉक्स की संभावना बढ़ जाती है।
लक्षण -तेज बुखार आना, त्वचा पर गुलाबी रंग के दाने विकसित होना। -यह दाने मुख्यत: बॉडी के मध्य भाग, सिर, गर्दन, पेट, पीठ छाती आदि पर दिखाई देते हैं। -बॉडी में दाने बड़े या फिर छोटे आकार के होते हैं। बचाव व उपचार -रोगी को अलग रखना आवश्यक है -अगर किसी बच्चे को रोग हो जाए तो उसे स्कूल या कहीं बाहर न जाने दें -रोगी को छींकने तथा खांसते समय नाक तथा मुंह पर कपड़ा रखना चाहिए। -रोगी के नाक तथा मुंह से निकले वाले स्त्राव को जमीन में दबा देना चाहिए। -साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। -जूस, नारियल पानी इत्यादि का सेवन करना चाहिए। वर्जन चिकन पॉक्स के चपेट में तेजी से लोग आ रहे हैं। छोटे व किशोर चिकन पॉक्स से ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। इस तरह की शिकायत हो तो तत्काल डॉक्टर्स से परामर्श ले। डॉ। नवीन कुमार वर्मा, चर्म रोग विभाग जिला अस्पताल