- गाडि़यों पर वीआईपी नंबर लगाने के लिए बढ़ा ट्रेंड

- पिछले छह महीने में लगभग दोगुना हो गई मांग

पारुल।

मेरठ। एक तरफ सरकार वीआईपी कल्चर खत्म करने के लिए सरकार गाडि़यों से लाल-नीली बत्ती हटवाने का फरमान जारी कर चुकी है, लेकिन गाडि़यों पर वीआईपी नंबर बढ़ रहा है। पिछले छह महीने में वीआईपी नंबर्स लेने वाले लोगों की संख्या डबल हो गई है।

एक नजर आंकड़ों पर

85,459 रजिस्ट्रेशन हुए जनवरी 16 से अप्रैल 17 तक

40140 रजिस्ट्रेशन हुए पिछले छह महीने में

842 वीआईपी नंबर रजिस्टर्ड हुए अक्टूबर 16 से अप्रैल 17 तक

581 वीआईपी नंबर रजिस्टर्ड हुए अप्रैल 16 से सितंबर 16 तक

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पहले आएं, पहले पाएं

लोग अपनी-अपनी सुविधा अनुसार 3 हजार से 15 हजार तक के नंबर्स लोग खरीद रहे हैं। परिवहन विभाग फ‌र्स्ट कम, फ‌र्स्ट सर्व के आधार पर लोगों को यह नंबर उपलब्ध करवा रहा है।

बढ़ गई वीआईपी नंबर्स की मांग

कीमत - अक्टूबर 16 से अप्रैल 17 तक - अप्रैल 16 से सितंबर 16 तक

15 हजार - 128, 87

7500- 153, 89

6000- 142, 109

3000- 419, 296

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अलग दिखने का क्रेज

इसे शौक कहें या खुद को वीआईपी बनाने का शगल हर तबके के लोगों में अपने वाहनों को अलग दिखाने का क्रेज इस कदर बढ़ गया है कि वह इसके लिए हर कीमत देने को तैयार हैं। हाजी मोहम्मद इलियास कहते हैं कि उनके पास चार गाडि़या हैं और सभी पर उन्होंने 786 नंबर ही रजिस्टर करवाया है।

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नंबर प्लेट पर राम और बॉस

वीआईपी नंबर्स का ट्रेंड कुछ इसलिए भी बढ़ रहा है क्योंकि लोग इनमें अपने हिसाब से शब्द उकेर रहे हैं। जहां 214 राम बन रहा है वही 8055 से बॉस बनाकर सड़कों पर हनक दिखाई जा रही है।

Posted By: Inextlive