- एमएलसी नवल किशोर यादव का था सवाल

PATNA : विधान परिषद् में एमएलसी प्रो नवल किशोर यादव ने बीपीएससी और यूपीएससी परीक्षा की तिथि मामले को लेकर चर्चित विवाद को उठाया। कहा कि यूपीएससी परीक्षा में बैठने के लिए चार मौका निर्धारित है और राज्य के हजारों ऐसे छात्र हैं जिनकी यूपीएससी के लिए अंतिम मौका है। दोनों परीक्षा का पैटर्न अलग-अलग है जिससे एकसाथ दोनों परीक्षा की तैयारी संभव नहीं प्रतीत होती है। बीपीएससी मुख्य परीक्षा 8 जुलाई ख्0क्म् से फ्क् जुलाई तक होने की तिथि निर्धारित की गई थी, जबकि यूपीएससी की पीटी परीक्षा 7 अगस्त ख्0क्म् निर्धारित है। क्या सरकार ऐसे में प्रतियोगी छात्रों के हित में यूपीएससी परीक्षा के बाद बीपीएससी मेन की तिथि निर्धारित करने का विचार रखती है?

यह सवाल समय के हिसाब से पुराना भले पड़ गया लेकिन इस पर काफी बहस हुई। सुशील मोदी ने कहा कि कई राज्यों ने अपने डेट बढ़ा दिए पर बिहार सरकार हठ पर डटी रही। हजारों छात्रों की जिंदगी का सवाल था। यूपीएससी परीक्षा में बिहारी घट रहे हैं और सरकार हठ करती रहती है। एक साल देर क्यों लगा बीपीएससी को रिजल्ट देने में? सरकार प्रतिष्ठा का प्रश्न ना बनाए। सरकार के सीनियर मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि मोदी जी आप तो समझिए आप तो इधर मेरी तरफ बैठ चुके हैं। खैर आपके ज्ञान का लाभ आगे से लिया जाएगा। आगे से समन्वय रखेंगे।

Posted By: Inextlive