नागपुर टेस्‍ट में ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ भारत को एक पारी और 132 रनों के अंतर से जीत मिली। इस जीत में रवींद्र जडेजा ने गेंद और बल्‍ले दोनों से योगदान दिया। मगर मैच के दौरान बिना परमीशन के हाथ में क्रीम लगाने पर जडेजा पर जुर्माना लग गया।

नागपुर (पीटीआई)। नागपुर टेस्‍ट मैच में भारत की जीत के हीरो रहे रवींद्र जडेजा के लिए एक बुरी खबर है। मैन ऑफ द मैच ट्रॉफी अपने नाम करने वाले जडेजा की मैच फीस काट ली गई है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी (ICC) ने जडेजा पर मैच फीस का 25% फाइन लगा दिया। दरअसल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर टेस्ट मैच के दौरान जडेजा अपनी उंगली पर मरहम लगाते नजर आए थे। इस बारे में उन्होंने अंपायर्स को नहीं बताया। जिसके चलते ICC ने उन्हें प्लेयर्स कोड ऑफ कंडक्ट का दोषी पाया और उन पर जुर्माना लगा दिया। बता दें जडेजा के क्रीम लगाने को लेकर ऑस्‍ट्रेलियाई मीडिया ने खूब हंगामा मचाया था। यहां तक कि जडेजा पर बॉल टेंपरिंग के आरोप लगे, खैर भारतीय टीम मैनेजमेंट ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया मगर क्रीम लगाने को लेकर जडेजा सजा से बच नहीं पाए।

🚨 JUST IN: India star handed penalty for ICC Code of Conduct charge during first Test against Australia!#WTC23 | #INDvAUS | Details 👇

— ICC (@ICC) February 11, 2023

25 परसेंट मैच फीस काटी गई
जडेजा पर यह कार्रवाई "खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी कर्मियों के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.20 का उल्लंघन करने के चलते की गई। आईसीसी ने एक बयान में कहा, "भारत के स्पिन गेंदबाज रवींद्र जडेजा पर गुरुवार को नागपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के दौरान आईसीसी आचार संहिता के लेवल एक के उल्लंघन के लिए मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है।" इसके अलावा, जडेजा के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट प्‍वॉइंट भी जोड़ा गया है, जिनके लिए यह 24 महीने की अवधि में पहला अपराध था।"

जडेजा ने मानी अपनी गलती
आईसीसी ने कहा कि यह घटना ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के 46वें ओवर में हुई, जब जडेजा ने मैदानी अंपायरों से अनुमति लिए बिना अपने गेंदबाजी हाथ की उंगली की सूजन पर आराम देने वाली क्रीम लगाई। जडेजा ने अपराध स्वीकार किया और मैच रेफरी के आईसीसी एलीट पैनल के एंडी पाइक्रॉफ्ट द्वारा प्रस्तावित सजा को स्वीकार कर लिया, इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं थी। मैदानी अंपायर नितिन मेनन और रिचर्ड इलिंगवर्थ, तीसरे अंपायर माइकल गफ और चौथे अंपायर केएन अनंतपद्मनाभन ने यह आरोप लगाया था।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari