भारत बनाम इंग्लैंड के बीच ओवल में खेले जा रहे चौथे टेस्ट में भारतीय गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने इतिहास रच दिया। इस मैच में ठाकुर ने ताबड़तोड़ अर्धशतक जमाया। इसी के साथ उन्होंन पूर्व भारतीय विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का रिकाॅर्ड तोड़ दिया।

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। भारत बनाम इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा टेस्ट ओवल में खेला जा रहा है। पहले दिन भारत की पारी 191 रन पर सिमट गई। हालांकि भारतीय गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने ताबड़तोड़ अर्धशतक न लगाया होता, तो भारत की स्थिति और खराब होती। ठाकुर ने निचले क्रम पर आकर ऐसी तूफानी बैटिंग की, सभी रिकाॅर्ड तोड़ दिए। ठाकुर ने टेस्ट क्रिकेट में भारत की तरफ से दूसरा सबसे तेज अर्धशतक लगाया। इसी के साथ इस गेंदबाज ने पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का रिकाॅर्ड भी तोड़ दिया।

सहवाग का टूटा रिकाॅर्ड
क्रिकइन्फो पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, ठाकुर ने ओवल टेस्ट में 31 गेंदों में हाॅफसेंचुरी लगाई। उन्होंने वीरेंद्र सहवाग का रिकाॅर्ड तोड़ा। सहवाग ने साल 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ ही 32 गेंदों में फिफ्टी पूरी की थी मगर ठाकुर ने उनसे एक गेंद कम यह उपलब्धि हासिल की। हालांकि ठाकुर नंबर वन पोजीशन पर नहीं पहुंच पाए क्योंकि भारत की तरफ से आज भी सबसे तेज टेस्ट अर्धशतक का रिकाॅर्ड कपिल देव के नाम है। भारत को पहला वर्ल्डकप दिलाने वाले पूर्व कप्तान कपिल ने साल 1982 में पाकिस्तान के खिलाफ 30 गेंदों में अर्धशतक लगाया था। वहीं ओवर ऑल फाॅस्टेस्ट टेस्ट फिफ्टी लगाने वाले बल्लेबाज मिसबाह उल हक हैं जिन्होंने 21 गेंदों में यह कारनामा किया था।

इंग्लिश धरती पर सबसे तेज अर्धशतक
इंग्लैंड की धरती पर सबसे तेज अर्धशतक लगाकर इयान बॉथम के रिकॉर्ड को तोड़ने वाले शार्दुल ठाकुर का मानना ​​है कि जब किसी को जिम्मेदारी सौंपी जाती है तो उसे हर हाल में प्रदर्शन करना होता है। शार्दुल ने 31 गेंदों पर अपना दूसरा टेस्ट अर्धशतक बनाया और इयान बॉथम के 35 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा। बता दें इससे पहले इंग्लिश धरती पर सबसे तेज टेस्ट अर्धशतक बाॅथम के नाम था। ब्रिस्बेन में भारत की जीत में पहले ही अर्धशतक जड़ने वाले मुंबई के ऑलराउंडर ने कहा, "मेरे लिए, यह एक चुनौती थी और जब भी मुझे बल्लेबाजी करनी होती है, तो मुझे ऐसा प्रदर्शन करना पड़ता है कि यह मेरी टीम की जीत का द्वार खोल दे।"

क्या था अच्छी बैटिंग का राज
कोचों ने उन्हें सलाह दी थी कि जितना हो सके सीधे खेलें और उन्होंने ऐसा करने की कोशिश की। ठाकुर ने कहा, "इंग्लिश परिस्थितियों में जितना अधिक आप सीधे बल्ले से खेलेंगे, आपको उतने ही अधिक रन मिलेंगे। गेंद अत्यधिक स्विंग करती है इसलिए सीधे खेलना बेहतर है। मेरे कोच मुझे सीधे बल्ले से खेलने और निचले क्रम के साथ जितना संभव हो सके स्कोर करने के लिए कहते हैं।"

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari