भारत बनाम न्यूजीलैंड के बीच रांची में खेले गए टी-20 मुकाबले में हर्षल पटेल ने डेब्यू किया। हर्षल इस साल आईपीएल में पर्पल कैप होल्डर थे। उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में आने का इंतजार पिछले 10 सालों से था।

रांची (पीटीआई)। न्यूजीलैंड के खिलाफ रांची में खेले गए दूसरे टी-20 में टीम इंडिया की तरफ से हर्षल पटेल ने डेब्यू किया। हर्षल ने पहले मैच में शानदार गेंदबाजी की और दो विकेट लेकर लौटे। हर्षल ने अपने 31वें जन्मदिन से महज चार दिन बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया।रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के तेज गेंदबाज ने अपने रिकॉर्ड-ब्रेकिंग आईपीएल 2021 सीजन में जहां से छोड़ा था, वहीं से न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टी 20 आई में शुरुआत की। इस सीजन पर्पल कैप होल्डर रहे हर्षल ने कीवियों के खिलाफ 25 रन देकर 2 विकेट लिए।

कभी नहीं टूटी थी उम्मीद
हर्षल ने मैच के बाद वर्चुअल मीडिया कांफ्रेंस में कहा, "मैं जानता था कि मैं हाई लेवल पर खेल सकता हूं। मैं गेंद और बल्ले से भी उच्चतम स्तर पर अच्छा कर सकता हूं। मुझे लगातार बेहतर होने और उस क्षमता को महसूस करने के लिए प्रेरित किया गया था। मुझे कभी भी ऐसा नहीं लगा कि सपना मुझसे दूर भाग रहा है।" 2008-09 अंडर-19 वीनू मांकड़ ट्रॉफी में 11 के प्रभावशाली औसत से 23 विकेट लेने के बाद, हर्षल ने लिस्ट ए क्रिकेट में उसी सीजन में गुजरात के लिए अपना सीनियर डेब्यू किया।

10 साल से खेल रहे घरेलू क्रिकेट
इस तेज गेंदबाज ने न्यूजीलैंड में 2010 अंडर -19 विश्व कप में भारत के लिए भी खेला और मुंबई इंडियंस के साथ एक आईपीएल काॅन्ट्रैक्ट हासिल किया। लेकिन उन्हें रणजी ट्रॉफी खेलने में कुछ समय लगा क्योंकि उन्हें अपने गृह राज्य गुजरात में जगह नहीं मिली। इसके बाद वह हरियाणा चले गए, जहां से उनकी यात्रा रणजी ट्रॉफी 2011-12 सीजन में शुरू हुई, जहाँ उन्होंने 28 विकेट लिए।

धीमी गति से करते हैं परेशान
न्यूजीलैंड के खिलाफ शुक्रवार को यहां दूसरे टी 20 आई में, हर्षल ने बीच के ओवरों में जबरदस्त गेंदबाजी की और डेरिल मिशेल और ग्लेन फिलिप्स के विकेट लिए। उन्हें क्रीज का अच्छी तरह से उपयोग करते हुए, कोण बनाते हुए गेंदबाजी की और अपनी धीमी गेंदों से कीवियों को खूब परेशान किया। हर्षल ने खुलासा किया, "एक तेज गेंदबाज होने के नाते आप तेज गेंदबाजी करना चाहते हैं। लेकिन जब मुझे एहसास हुआ कि मेरी गति की सीमा शायद 135kph है और अगर मैं वास्तव में बहुत अच्छी लय में हूं तो मैं शायद 140 के करीब पहुंच सकता हूं। लेकिन मैं कभी भी 140 से अधिक पर लगातार पकड़ नहीं बना पाऊंगा। इसलिए मुझे इसका एहसास हुआ और फिर मैंने अन्य चीजों पर काम करना शुरू कर दिया।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari