साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में डीन एल्गर के विवादित डीआरएस को लेकर हर कोई विराट पर सवाल खड़ा कर रहा है। विराट ने डीआरएस के फैसले पर आपत्ति जताई मगर उनके बचपन के कोच राजकुमार इसको जायज मानते हैं।

नई दिल्ली (एएनआई)। भारतीय रेड-बॉल कप्तान विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने भारतीय कप्तान का बचाव किया है। उनका कहना है कि विराट ने केपटाउन टेस्ट में थर्ड अंपायर के जिस फैसले पर आपत्ति जताई, वह जायज है। गुरुवार को डीआरएस कॉल ने प्रोटियाज कप्तान डीन एल्गर को यहां न्यूलैंड्स में केप टाउन टेस्ट की चौथी पारी में एलबीडब्ल्यू आउट होने से बचा लिया। इस विवादित काॅल को लेकर विराट कोहली ने मैदान में कड़ी आपत्ति जताई।

टीम का गुस्सा होना स्वाभाविक
कई क्रिकेट पंडितों ने कोहली और टीम की आलोचना की है लेकिन राजकुमार शर्मा ने कहा कि इस तरह के फैसले पर मेहमान टीम का गुस्सा होना स्वाभाविक है। राजकुमार शर्मा ने एएनआई को बताया, "यदि आप इंटरनेशनल लेवल पर टेक्नोलाॅजी का उपयोग कर रहे हैं तो यह फुल प्रूफ होना चाहिए। जब ​​अंपायर ने कहा कि यह असंभव है कि घुटने के नीचे स्पिनर की गेंद हॉकआई में विकेट से ऊपर कैसे जा सकती है। इसलिए कप्तान के लिए यह स्वाभाविक है उसे गुस्सा आए और ICC को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए।”

क्या था पूरा मामला
उन्होंने कहा, "कोहली टीम इंडिया के कप्तान हैं और अगर इस तरह का फैसला महत्वपूर्ण मोड़ पर किया जाता है तो गुस्सा आना स्वाभाविक है। कोहली ही नहीं, हर भारतीय खिलाड़ी भी इस मुद्दे पर नाराज था और ऐसा करना सामान्य है।" यह घटना पारी के 21वें ओवर में हुई जो अश्विन ने फेंका। स्पिनर ने एक शानदार गेंद फेंकी और वह अंदर की ओर घूमी, गेंद ठीक स्टंप के सामने पैड पर लगी, और मैदानी अंपायर मरैस इरास्मस ने आउट देने के लिए अपनी उंगली उठाई।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari