पांच बार हुआ है ऐसा, जब दर्शकों ने मैदान पर खेल रोक दिया
1. भारत-श्रीलंका (2017) :
श्रीलंका के पल्लेकल स्टेडियम में खेला गया तीसरा वनडे मैच भी मेजबान श्रीलंका के हाथ से निकल गया। श्रीलंकाई टीम पहले तो टेस्ट में 3-0 से हार गई। खैर दर्शकों ने संतोष किया कि शायद वनडे में उनकी टीम भारत को धूल चटाएगी। यह भी एक सपना ही रहा। वनडे सीरीज में भारत ने 3-0 से अजेय बढ़त बनाकर सीरीज पर कब्जा जमा लिया। बस यही बात श्रीलंकाई दर्शकों को अखर गई और रविवार को खेले गए वनडे मैच में उन्होंने मैदान पर ही उत्पात मचाना शुरु कर दिया। दर्शकों ने पानी की बोतलें मैदान में फेंकनी शुरु कर दी, जिसकी वजह से खेल काफी देर तक प्रभावित रहा।
3. पाकिस्तान-श्रीलंका (2015) :
श्रीलंकाई क्रिकेट प्रशंसक मैदान पर हंगामा करने में माहिर हैं। साल 2015 में भी ऐसा ही कुछ हुआ था, जब पाकिस्तान की टीम श्रीलंका दौरे पर थी। उस वक्त भी श्रीलंका टीम की परफॉर्मेंस बेहतर नहीं थी। सीरीज का तीसरा वनडे मैच कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में खेला जाना था। मेजबान श्रीलंका को 300 रनों का लक्ष्य मिला था। श्रीलंका टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उनके शुरुआती विकेट कम स्कोर पर ही गिर गए। फिर क्या था, दर्शकों ने मैदान पर पानी की बोतलें फेंकना शुरु कर दिया। जिसके बाद मैच बीच में रोकना पड़ा।
5. भारत-श्रीलंका (1996) :
साल 1996 वर्ल्डकप का सेमीफाइनल कौन भूल सकता है। क्वॉटर फाइनल में चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को हराकर सेमीफाइनल में पहुंची भारतीय टीम का सामना श्रीलंका से था। ऐसे में भारतीय प्रशंसको का उत्साह भी चरम पर था। श्रीलंका ने पहले बैटिंग करते हुए भारत को 251 रन का लक्ष्य दिया। उस वक्त यह स्कोर काफी चुनौतीपूर्ण हुआ करता था। भारतीय टीम के ओपनर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर 65 रन बनाकर आउट हो गए। बाकी के बल्लेबाज भी कुछ खास नहीं कर सके और भारतीय टीम का स्कोर 120 रन पर 8 विकेट हो गया। ऐसे में दर्शकों को लगा कि अब भारत का यह मैच जीत पाना मुश्किल है। फैंस ने स्टेडियम में बवाल करना शुरु कर दिया। मैदान में बोतलें फेंकी गईं। हद तो तब हो गई, जब सीटों पर आग लगा दी गई। मैच को तुरंत ही रोक दिया गया और मैच रेफरी ने श्रीलंका को विजेता घोषित कर दिया।