देश में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है ये तो सब जानते है। लेकिन क्या आपको पता है कि हम 15 अगस्त को ही स्वतंत्रता दिवस क्यो मनाते है। आज हम आपको यही बताने वाले है कि ऐसा क्या खास है इस दिन में।


कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। इस बार देश में 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा। हम सबको पता है कि इस दिन भारत को अंग्रेजो की गुलामी से आजादी मिली थी, लेकिन क्या आपको पता है अंग्रेज इसी दिन ही भारत छोड़ कर क्यों गए। आज हम आपको यही बताने वाले है कि हम 15 अगस्त को ही स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं। 15 अगस्त को क्यों मनाया जाता है स्वतंत्रता दिवस


यह बात उस दौर की है जब भारत अंग्रेजी हुकुमत का गुलाम हुआ करता था और हाल ही में वर्ड वॉर-2 समाप्त हुआ था। उस वक्त के ब्रिटिश डायेरेक्टर लार्ड माउंटबैटन ने 30 जून, 1948 को भारत की सत्ता भारतीयों को सौंप के चले गए थे। भारत के जनरल सी. राजगोपालचारी और अन्य कई भारतीय नेताओं का मानना था कि अगर माउंटबैटन ने 30 जून तक सत्ता न दी होती तो उनके पास सत्ता बचती ही नहीं। कारण यह था कि माउंटबैटन का नेताओं से मिलना-जुलना लगा रहता था। अंग्रेजी हुकुमत का मानना था कि जून, 1948 तक भारत को आजादी दी जाएगी, लेकिन जिन्ना के द्वारा एक नए देश की मांग को लेकर देश में संप्रादायिक दंगे भड़कने लगे। जिसे अंग्रेजी हुकुमत को संभालना मुश्किल हो गया था। 15 अगस्त को ही क्यों चुना

भारत की आजादी का बिल 4 जुलाई, 1947 को अंग्रेजी हुकुमत ने संसद में रखा, और लगभग 2 हफ्तों के अंदर ही इसे पारित कर दिया गया। इसके बाद यह तय किया गया कि भारत और पाकिस्तान के विभाजन के बाद 15 अगस्त को भारत में अंग्रेजी शासन का समापन हो जाएगा। एक अंग्रेजी किताब फ्रीडम एट मिडनाइट में लार्ड माउंटबैटन ने बताया कि उन्हें इस बात का अंदाजा था कि यह काम उन्हें जल्द ही करना होगा। उनका मानना था कि यह सितंबर तक हो जाएगा। लार्ड माउंटबैटन ने किताब में बताया कि उन्होनें 15 अगस्त को इसलिए चुना क्योंकि इसी दिन ही वर्ल्ड वॉर 2 में जापानी सेना ने अंग्रेजी हुकुमत के सामने घुटने टेंक दिए थे। इसका पूरा श्रेय लार्ड माउंटबैटन को ही जाता था, इसलिए यह दिन उनके लिए खास था और उन्होनें भारत को आजाद करने के लिए इस तारीख को चुना।

Posted By: Kanpur Desk