-लगातार 121 घंटे तक लेक्चर देने का पोलैंड के प्रोफेसर का व‌र्ल्ड रिकॉर्ड हुआ ध्वस्त

- कानपुर के अरविंद मिश्रा ने बनाया रिकॉर्ड, अब 170 घंटे के रिकॉर्ड की ओर कदम

DEHRADUN : जोश और जज्बे के आगे कामयाबी सिर झुकाती है। देहरादून के ग्राफिक एरा युनिवर्सिटी के प्रोफेसर अरविंद के जज्बे और हिम्मत के आगे भी कामयाबी ने आखिरकार सिर झुका दिया। उन्होंने क्ख्क् घंटे लगातार पढ़ाकर पोलैंड के प्रोफेसर का न केवल व‌र्ल्ड रिकॉर्ड ध्वस्त किया है, बल्कि क्70 घंटे के रिकॉर्ड की ओर कदम बढ़ा दिया है। अरविंद पिछले छह दिन और पांच रात से लगातार लेक्चर दे रहे हैं। थर्सडे मॉर्निग सात बजकर एक मिनट पर अरविन्द ने पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है, लेकिन अब वो बिना रुके इस रिकॉर्ड को क्70 घंटे के महारिकॉर्ड में बदलने जा रहे हैं। व‌र्ल्ड रिकॉर्ड भारत के नाम होने के साथ ही युनिवर्सिटी में दिनभर जश्न का माहौल बना रहा।

थमने का नाम नहीं ले रहे

ग्राफिक एरा युनिवर्सिटी के मैकेनिकल ब्रांच के टीचर अरविन्द मिश्रा मूल रूप से कानपुर के रहने वाले हैं। पोलैंड के इरॉल मुझावाजी का क्ख्क् घंटे लगातार पढ़ाने के व‌र्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ने के बाद भी उनकी हिम्मत और जज्बा दोनों थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। थर्सडे ईवनिंग चार बजे क्फ्0 घंटे पढ़ाने का चैलेंज पूरा करने के बाद अब अरविंद इसे क्70 घंटे का करने जा रहे हैं। अरविन्द अपने इस रिकॉर्ड के जरिए एक ऐसा कीर्तिमान कायम करना चाहते हैं, जिसे तोड़ना दुनिया में किसी के लिए भी आसान न हो सके।

थिएटर में जारी है लेक्चर

युनिवर्सिटी के एमबीए ऑडिटोरियम में चल रहा मैराथन लेक्चर पोलैंड के रिकॉर्ड को तोड़ने के बाद भी जारी है। एक मार्च की सुबह ठीक छह बजे अरविन्द मिश्रा ने साइंटिफिक कंप्यूटेशन जैसे सब्जेक्ट पर डायग्राम, टेबल्स के जरिए लेक्चर स्टार्ट किया था। थर्सडे मॉर्निग में उन्होंने पोलैंड के क्ख्क् घंटे के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। अब वह एक नया कीर्तिमान बनाने जा रहे हैं। इसके तहत वह क्70 घंटे लगातार लेक्चर देने का रिकॉर्ड बनाएंगे। लगातार जागकर और अपने सब्जेक्ट पर लेक्चर जारी रखकर अरविंद ने पूरी दुनिया को हैरत में डाल दिया है।

युनिवर्सिटी में मना जश्न

थर्सडे को घड़ी की सुई सात बजे से आगे सरकने के साथ ही युनिवर्सिटी कैंपस में ढोल दमाऊ और पटाखों की आवाज गूंजने लगी। रिकॉर्ड के साथ ही युनिवर्सिटी में जश्न शुरू हो गया। स्टूडेंट्स ने अपनी खुशी ढोल की थाप पर नाच कर जाहिर की। इस मौके पर युनिवर्सिटी में मिठाइयां भी बांटी गई। इस जश्न के प्रोग्राम में स्टेट के खेल, वन व न्याय मंत्री दिनेश अग्रवाल ने अरविन्द को बधाई देते हुए उनकी इस कामयाबी को देश की जीत करार दिया। उन्होंने कहा कि जीत का लाभ आने वाली जेनरेशन को मिलेगा।

आउट ऑफ टर्न दो इंक्रीमेंट मिले

युनिवर्सिटी के चेयरमैन प्रो। कमल घनशाला ने व‌र्ल्ड रिकॉर्ड तोड़कर नया इतिहास रचे जाने पर अरविंद को बधाई दी है। उन्होंने टीचर अरविंद मिश्रा को इस कामयाबी पर एक लाख रुपए पुरस्कार और आउट ऑफ टर्न दो इंक्रीमेंट देने की घोषणा की। प्रोग्राम के दौरान कैबिनेट मिनिस्टर दिनेश अग्रवाल और विधायक गणेश जोशी ने एक लाख का चेक अरविंद की माता पुष्पा मिश्रा को सौंपा। विधायक गणेश जोशी ने भी अरविन्द के हौसले और जज्बे की सराहना की। इस मौके पर युनिविर्सटी के चांसलर प्रो। आरसी जोशी, कुलपति डा। वीके तिवारी, प्रतिकुलपति प्रो। एके अवस्थी, ग्राफिक एरा हिल युनिवर्सिटी के बीसी डा। संजय जसोला और मैनेजमेंट बोर्ड की सीनियर मेंबर राखी घनशाला भी मौजूद रहीं।

मां को था जीत का अहसास

कानपुर शिवनगर मसवानपुर के रहने वाले अरविंद की माता पुष्पा मिश्रा को अपने बेटे के इस अनोखे कारनामे में जीत का पूरा यकीन था। व‌र्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ने के पीछे अरविंद ने उसकी लगन को अहम बताया। उन्होंने बताया कि अरविंद शुरू से ही पढ़ाई में अच्छा था। वह जो भी कहता था, उसे करने में जी जान लगा देता था। इसी लिए जब उसने लगातार छह से सात दिन लगातार जागकर एक नया रिकॉर्ड बनाने की बात फैमिली में डिस्कस की तो, फैमिली ने एक बार भी रोकने की कोशिश नहीं की। बहन अंजू मिश्रा ने बताया कि अरविंद की स्कूलिंग श्री ओमर वैश्य शिक्षा निकेतन से हुई है। इसके बाद एमपी इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक की पढ़ाई की है। ख्म् साल के अरविंद अपनी तीन बहनों के अकेले भाई हैं। करीब दो वर्ष पहले उसकी शादी हुई थी। उनकी वाइफ प्रीती मिश्रा दून के एक निजी बैंक में कार्यरत हैं।

बेटे पर यकीन था। बचपन से जो ठान जेता है वहीं करता है। फैमिली में फादर न होने के कारण सारी जिम्मेदारी मैंने ही निभाई। इसलिए एक बाप और मां दोनों बनकर पाला है। इसलिए उसे ज्यादा जानती हूं। कामयाबी से बेहद खुश हूं।

- पुष्पा मिश्रा, अरविंद की माता

भाई पहले से कहते थे कि कुछ अलग करना है। रिकॉर्ड के साथ उन्होंने यह कर दिखाया है। यह कारनामा देश के लिए गौरव की बात है। आई एम प्राउड ऑन माई ब्रदर।

-अंजू मिश्रा, अरविंद की बहन

मेरी मां के आशीर्वाद ने आज मुझे इस मुकाम पर पहुंचाया है। इसके अलावा युनिवर्सिटी और फ्रेंड्स ने दिन रात जागकर जो सपोर्ट दिया है उसी के कारण यह अचीवमेंट हासिल हुई है।

- अरविंद मिश्रा, व‌र्ल्ड रिकॉर्ड ब्रेकर

Posted By: Inextlive