भारत और पाकिस्तान के बीच खराब कूटनीति संबंधों की कीमत हमेशा खेलों को चुकानी पड़ी है और इस बार भारत पाकिस्तान से तनाव के चलते बीसीसीआइ को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। अगले साल भारत में सितंबर महीने में एशिया कप का आयोजन होना है लेकिन भारत सरकार ने अब तक बोर्ड को इस बात की इजाजत नहीं दी है कि वह पाकिस्तानी क्रिकटरों को भारत मे क्रिकेट खेलने के लिए बुलाए लिहाजा भारत से इस टूर्नामेंट के मेजबानी छिन सकती है।


मुश्किल है मेजबानीबीते 21 नवंबर को बीसीसीआई में सुप्रीम कोर्ट की बनाई प्रशासकों की समिति (सीओए) की बैठक में एशिया कप की मेजबानी का मसला उठा था। इस बैठक के मिनट्स के मुताबिक भारत के लिए एशिया कप की मेजबानी करना अब मुश्किल लग रहा है। वर्ष 2018 के सितंबर महीने में एशिया कप खेला जाना है। भारत सरकार ने अभी तक पाकिस्तान की क्रिकेट टीम को भारत आने की इजाजत नहीं दी है और अगर सरकार यह मंजूरी नहीं देती है तो बीसीसीआइ को जल्द से जल्द एशियन क्रिकेट काउंसिल को सूचित करना होगा ताकि वह एशिया कप की मेजबानी के लिए कोई टूसरा विकल्प तलाश ले।2013 में खेला था आखिरी मैच
भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी बार द्विपक्षीय सीरीज 2012-13 में खेली गई थी। दोनों देशों के बीच क्रिकेट ना होने के मसले को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड आइसीसी का दरवाजा भी खटखटा चुका है जहां उसने बीसीसीआइ से 70 मिलियन डॉलर के हर्जाने की भी मांग की है।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari