भारत और साउथ अफ्रीका के बीच केपटाउन में पहला टेस्‍ट खेला जा रहा है। पहले मैच में ही भारत की स्‍िथति खराब नजर आ रही। भारतीय गेंदबाजों ने मेजबान टीम को सस्‍ते पर आउट कर दिया लेकिन खुद भारतीय बल्‍लेबाज भी पिच पर नहीं टिक सके। आइए आपको बताते हैं कि भारत जब-जब साउथ अफ्रीका खेलने गया तो कैसे मिली हार...


1992 में 0-1 से हारे थेभारत पहली बार साल 1992 में द.अफ्रीका दौरे पर गया था। तब भारतीय टीम के कप्तान मो. अजहरुद्दीन थे। भारत को यहां 4 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी थी। अपने पहले ही दौरे में भारत को करारी हार झेलनी पड़ी थी। भारत यह सीरीज 0-1 से हार गया था, बाकी तीन मैच ड्रा रहे थे।2001 में 0-1 से हार गए थेसाल 2001 में भारत तीसरी बार साउथ अफ्रीका दौरे पर गया। इस बार भारतीय टीम की कमान संभाली सौरव गांगुली ने। धोनी और कोहली से पहले भारत के सबसे सफल कप्तान गांगुली ही थे। लेकिन गांगुली का जादू द.अफ्रीका में नहीं चला। भारत ने 2 मैच की टेस्ट सीरीज खेली जिसे मेहमान टीम ने 1-0 से जीत लिया, भारत को इस बार भी निराशा हाथ लगी।


2010 में मुकाबला रहा बराबरी का

साल 2010 में भारत पांचवीं बार द.अफ्रीका दौरे पर गया। इस बार 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी थी। भारतीय टीम की कमान थी सबसे सफल कप्तान एमएस धोनी के हाथों में। भारत एक मैच जीत गया, लेकिन साउथ अफ्रीका के खाते में भी एक जीत आई और आखिरी मैच ड्रा हो गया। ऐसे में सीरीज जीतने का ख्वाब फिर अधूरा रह गया और भारत को 1-1 से बराबरी पर संतोष करना पड़ा।2013 में 0-1 से हार मिलीसाल 2013 में धोनी की अगुआई में भारतीय टीम फिर द.अफ्रीका दौरे पर गई। भारत ने यहां 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली। भारत पहला मैच तो ड्रा कराने में कामयाब रहा। लेकिन दूसरा मैच प्रोटीज के नाम रहा। यानी कि इस बार भी टेस्ट सीरीज जीत का सपना सिर्फ सपना ही रह गया।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari