अमेरिका में वैक्सीन के कच्चे माल के निर्यात पर प्रतिबंध से भारत को अपने टीकाकरण अभियान के धीमा होने का डर सता रहा है। भारत को उम्मीद है कि अमेरिका जल्दी ही इस बैन को हटा लेगा।


टोक्यो (राॅयटर्स)। भारत सरकार के सूत्रों ने राॅयटर्स से बताया कि उन्हें उम्मीद है कि अमेरिका वैक्सीन निर्माण में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल पर लगे प्रतिबंध जल्दी ही हटा लेगा। यदि ऐसा नहीं हुआ तो भारत में वैक्सीनेशन कार्यक्रम धीमा होने की आशंका है। फ्रेंच हेल्थ मिनिस्टर ओलिवियर वेरन ने स्थानीय पेपर ले टेलीग्राम से कहा कि वे क्षेत्रवार लाॅकडाउन प्रतिबंधों में ढील देने के पक्ष में हैं ताकि कोविड-19 वायरस से निपटा जा सके।स्पूतनिक-V वैक्सीन 97.6 प्रतिशत कारगररूसी वैज्ञानिकों ने पाया है कि स्पूतनिक-V वैक्सीन कोविड-19 के खिलाफ 97.6 प्रतिशत कारगर है। मास्को गमलेया इंस्टीट्यूट तथा द रसियन डाइरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड के मुताबिक, वज्ञानिकों ने यह बात 3.8 मिलियन लोगों के डाटा के आधार पर कही है।ब्रिटेन की रेड ट्रैवल लिस्ट में भारत, यात्रा पर रोक


ग्रीस ने पहले से प्लान जाॅनसन एंड जाॅनसन के टीकाकरण अभियान को टाल दिया है। हालांकि इससे देश का वैक्सीनेशन कार्यक्रम प्रभावित नहीं होगा। ब्रिटेन ने शुक्रवार को भारत को अपने ट्रैवल रेड लिस्ट में डाल दिया है। ब्रिटेन ने यह कदम अपने देश में पहली बार 103 मामलों में कोरोना वायरस के वैरियंट पाए जाने के बाद उठाया है।विदेशों में तैनात कर्मियों को अमेरिका लगवाएगा टीका

अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने कहा है कि वह विदेशों में तैनात अपने सभी कामकाजी लोगों को मई के मध्य तक वैक्सीनेशन सुनिश्चित कर देगा। साथ ही स्टेट डिपार्टमेंट ने यह भी कहा है कि वह 'यात्रा नहीं करने' को प्रोत्साहित करेगा ताकि यात्रियों को कोरोना वायरस महामारी से बचाव हो सके। उसने दुनिया के तकरीबन 80 प्रतिशत देशों में यात्रा के लिए यह दिशानिर्देश जारी किए हैं।

Posted By: Satyendra Kumar Singh