भारतीय ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा आईपीएल में भले सबसे ज्यादा खिताब जीतने वाले खिलाड़ी हों मगर इंटरनेशनल क्रिकेट में उन्हें आज भी वर्ल्डकप जीत का इंतजार है।

मुंबई (आईएएनएस)। टीम इंडिया के उप-कप्तान रोहित शर्मा का कहना है कि, उन्हें हर मैच जीतने की लालसा होती है मगर वर्ल्डकप जीत की बात ही अलग है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस का नेतृत्व करने वाले सलामी बल्लेबाज रोहित ने दो विश्व कप (2015, 2019) खेले हैं। मगर दोनों बाद इंडिया चैंपियन नहीं बन पाई। भारत पिछले दो वर्ल्डकप में सेमीफाइनल तक पहुंची, जहां 2015 में उसे ऑस्ट्रेलिया और 2019 में उन्हें न्यूजीलैंड से हारकर बाहर होना पड़ा। इन दोनों हार का दर्द रोहित का अभी तक सता रहा है।

"Every time you go out there you want to win every game but the World Cup is the pinnacle of everything. I want to win World Cups." - @ImRo45#OneFamily pic.twitter.com/BOYshThWFd

— Mumbai Indians (@mipaltan) April 26, 2020वर्ल्डकप जीतना है रोहित का सपना

रोहित ने मुंबई इंडियंस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए संदेश में कहा, 'हर बार जब आप मैदान में जाते हैं तो आप हर खेल जीतना चाहते हैं लेकिन विश्व कप इन सबसे ऊपर है। मैं विश्व कप जीतना चाहता हूं।' रोहित का वर्ल्डकप को लेकर पिछले एक हफ्ते में यह दूसरा बयान है। इससे पहले हरभजन सिंह के साथ इंस्टाग्राम चैट पर भी रोहित ने आने वाले तीन वर्ल्डकप में दो जीतने की बात कही थी। रोहित का कहना था कि, भारत को अभी से तैयारी कर लेनी चाहिए।

सात सालों से भारत नहीं जीता आईसीसी ट्रॉफी

हरभजन सिंह के साथ एक इंस्टाग्राम लाइव चैट में अपने मन की बात कही थी। हिटमैन कहते हैं, 'मेरा व्यक्तिगत उद्देश्य है कि हम एक टीम के रूप में आने वाले तीन में से कम से कम दो विश्व कप जीतने में सक्षम हों।' उन्होंने 2020 और 2021 में टी 20 विश्व कप और 2023 में 50 ओवर के विश्व कप का जिक्र किया। 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से भारत ने एक भी आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता है। रोहित ने 2019 विश्व कप में रिकॉर्ड पांच शतक लगाए थे लेकिन भारत सेमीफाइनल से आगे नहीं जा सका। उस वर्ल्डकप में सेमीफाइनल में मिली हार को याद करते हुए हिटमैन ने कहा, "अगर हम शुरुआती आधे घंटे (न्यूजीलैंड के खिलाफ) में विकेट नहीं गंवाते, तो हम मैच जीत सकते थे। वे 10 ओवर वास्तव में महत्वपूर्ण थे।' बता दें भारत ये मुकाबला 18 रन से हार गया था। मध्यक्रम में कोई मजबूत बल्लेबाज न होने के चलते, भारत के हाथ से वर्ल्डकप निकल गया था।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari