धोनी अब दोबारा टीम इंडिया की जर्सी में नहीं दिखेंगे, साथी खिलाड़ी हरभजन सिंह ने कहा
नई दिल्ली (पीटीआई)। अनुभवी भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह को लगता है, अब महेंद्र सिंह धोनी दोबारा भारत के लिए नहीं खेल पाएंगे। धोनी पिछली बार जुलाई में न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल में भारत के लिए खेले थे। तब से वह टीम इंडिया से दूर हैं। सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ एक इंस्टाग्राम चैट के दौरान धोनी के भारत के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर, हरभजन ने कहा, "जब मैं चेन्नई सुपर किंग्स के शिविर में था, तो लोगों ने मुझसे धोनी के बारे में पूछा। मुझे नहीं पता, मगर आपको यह जानना होगा कि वह भारत के लिए फिर खेलना चाहते हैं या नहीं। जहां तक मैं उसे जानता हूं, वह फिर से भारत की नीली जर्सी नहीं पहनना चाहेगा। वह आईपीएल तो खेलेगा, लेकिन भारत के लिए धोनी ने पहले ही सोच लिया था कि विश्व कप 2019 उनका आखिरी मैच है।'
विराट सेना के पास फिनिशर की कमी
हरभजन ने टीम इंडिया की मौजूदी स्थिति पर भी चर्चा की। भज्जी ने कहा कि मौजूदा टीम अपने 70 प्रतिशत मैच हार गई है क्योंकि उसके पास निचले बल्लेबाजी क्रम में मैच विजेता नहीं हैं। कप्तान विराट कोहली फिलहाल तेज गेंदबाजों पर निर्भर है। हरभजन ने कहा, "मौजूदा टीम विराट और आप (रोहित) पर बहुत अधिक निर्भर करती है। विराट अगर आउट हो जाते हैं तो हम 70 प्रतिशत मैच हार जाते हैं।' इस बीच भज्जी ने अपने समय की टीम की चर्चा भी की। हरभजन ने कहा, 'हमारे समय में, हमें भरोसा था कि शीर्ष तीन से बाहर होने के बाद भी कोई रन बनाएगा, ताकि मैच हमारे हाथ से फिसल न जाए।
इसलिए हारे थे 2019 विश्व कपटेस्ट क्रिकेट में भारत की तरफ से तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले हरभजन ने कहा, "मुझे लगता है कि यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिस पर यह टीम काम कर सकती है। आपको और मैच जीतने वाले खिलाडिय़ों की जरूरत है।" उन्होंने पिछले साल विश्व कप में रोहित के अविश्वसनीय फॉर्म को स्वीकार किया और कहा कि अगर दो और खिलाडिय़ों अच्छी फॉर्म में होते तो भारत टूर्नामेंट जीत सकता था। हालांकि उन्होंने के एल राहुल की तारीफ करते हुए कहा कि वह ऐसा व्यक्ति है जो किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी करने और प्रदर्शन करने की क्षमता रखता है।नए खिलाडिय़ों को दिया जाए मौकाहरभजन ने टीम प्रबंधन से खिलाडिय़ों को ज्यादा मौका देने को कहा। वह कहते हैं, 'बहुत से खिलाड़ी आईपीएल में अच्छा खेलते हैं, लेकिन मैं उन्हें राष्ट्रीय टीम के लिए खेलते हुए नहीं देखता। वे आईपीएल में बिल्कुल अलग खिलाड़ी हैं। मुझे लगता है कि वे अपनी जगह को लेकर डरे हैं, आप उन्हें 9-10 मैच दें ताकि उन्हें ज्यादा मौका मिल सके।