मोदी सरकार के आते ही भारत-पाक के रिश्‍तों को लेकर गर्माहट बढ़ गई है. सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि मोदी इस रिश्‍ते को किस तरह निभाते हैं. हालांकि इसकी शुरूआत 25 अगस्‍त से होगी.


शांति वार्ता मुख्य मुद्दाखबरों के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिवों के बीच 25 अगस्त को इस्लामाबाद में बैठक का आयोजन किया गया है. दोनों देशों के बीच लंबे वक्त के बाद शांति वार्ता होने की उम्मीद की जा रही है. माना जा रहा है कि ये बैठक दोनों देशों के बीच अवरुद्ध शांति वार्ता प्रक्रिया के शुरू होने की दिशा में अनूठा कदम होगा. दो महीने पहले पीएम नरेंद्र मोदी और पाकस्तान के पीएम नवाज शरीफ के बीच हुई मुलाकात के बाद यह बैठक हो रही है. वार्ता फिर से होगी बहाल
25 अगस्त से शुरू होने वाली इस बैठक के लिये जगह और तारीख भारत की विदेश सचिव सुजाता सिंह और उनेक पाकिस्तानी समकक्ष अजीज अहमद के बीच टेलीफोन पर हुई बातचीत के बाद तय की गई. मोदी के शपथ ग्रहण के एक दिन बाद 27 मई को उनकी शरीफ के साथ बातचीत हुई थी, जिसमें विदेश सचिव स्तरीय वार्ता को फिर से बहाल करने पर सहमति बनी थी. नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी और अन्य घटनाओं के बाद से यह वार्ता रुकी हुई थी.गोलीबारी बंद करनी होगी


गौरतलब है कि पाकिस्तान से बातचीत के दौरान सुजाता सिंह ने नियंत्रण रेखा पर मंगलवार को हुई गोलीबारी का मुद्दा उठाया, जिसमें एक भारतीस जवान शहीद हो गया था. उन्होंने अजीज अहमद से कहा कि इस तरह की घटनायें शांति प्रक्रिया को पटरी से उतार देती हैं. प्रवक्ता के मुताबिक, भारतीय विदेश सचिव ने कहा कि गोलियों की आवाज के बीच सार्थक बातचीत जारी रखना कठिन होगा. सीमा और नियंत्रण रेखा पर शांति की स्थिति आपसी विश्वास बहाली का सबसे महत्वपूर्ण उपाय है.

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari