मार्केट में तेजी से फैलते स्‍मार्टफोन के यूजेस पर एक रिसर्च की गाई है जिसमें कई चौंकाने वाले रिजल्‍ट सामने आये हैं. आखिर क्‍या है इस रिजल्‍ट में पढ़ें पूरी खबर...


1 दिन में 100 बार चेक करते फोनस्मार्टफोन यूजेस पर की गई रिसर्च के अनुसार इंडियन यूजर्स अपने स्मार्टफोन पर रोजाना औसतन 3 घंटे बिताते हैं. इसके साथ ही रिसर्च में यह भी पता चला है कि 25 परसेंट यूजर्स अपना  फोन दिन में 100 बार से अधिक मर्तबा चेक करते हैं. यह रिसर्च अप्रैल-जून 2014 में इंडिया के 18 शहरों में 4,000 स्मार्टफोन यूजर्स के बीच की गई थी. रिसर्च में कहा गया है कि पिछले 3 सालों के दौरान इंडिया में एप यूज के मामले में 57 परसेंट बढ़ोत्तरी हुई है. स्मार्टफोन पर यूजर्स द्वारा बिताये जा रहे समय के मामले में 20 परसेंट की वृद्धि हुई है. इसके साथ ही यह अनुमान है कि स्मार्टफोन पर खर्च किये गये समय का एक-तिहाई हिस्सा एप के लिये भी है. नये यूजर्स ने बढ़ाया ग्राफ
रिसर्च में कहा गया है कि ज्यादातर नये यूजर्स स्मार्टफोन का यूज सोशल और चैट एप के लिये करते हैं. इसकी वजह से वे अपने फोन को ज्यादा समय तक यूज करते हैं. हालांकि 40 परसेंट मैच्योर्ड स्मार्टफान यूजर्स का कहना है कि वे अब सामाजिक उद्देश्य के लिये स्मार्टफोन का यूज नहीं करते. कम से कम 24 परसेट स्मार्टफोन यूजर्स व्हाट्सएप और वीचैट जैसे मोबाइल एप का उपयोग कारोबारी उद्देश्य के लिये करते हैं और अपने उत्पाद व सेवायें बेचते हैं तथा नये यूजर्स तक अपनी पहुंच बनाते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा है कि मोबाइल ब्रॉडबैंड बिहेवियर में मैच्योरिटी एक महत्वपूर्ण पहलू है. मैच्योर्ड यूजर्स नये यूजर्स की तुलना में दोगुना डेटा यूज करते हैं. चूंकि यूजर्स अपनी पसंद और जरूरतों के अनुकूल अधिक एप और सर्विस ढ़ूंढ़ते हैं, लिहाजा मोबाइल ब्रॉडबैंड का उपयोग बढ़ रहा है.

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari