चीन ने परमाणु क्षमताओं वाली ऐसी नई मिसाइलें तैयार की हैं जिसमें आठ हजार से भी अधिक किलोमीटर की दूरी तक घात करने वाले बलास्टिक मिसाइलें भरी जा सकती हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए हिंदमहासागर में चीन की चुनौतियों का सामना करने के लिए भारत भी छह नए परमाणु पनडुब्बियों का निर्माण कर रहा है।


चीन ने तैयार की है अत्याधुनिक मिसाइल चीन ने नई पनडुब्बियां विकसित की हैं जिसमें आठ हज़ार किलोमीटर की दूरी तक घात करने वाली बैलास्टिक मिसाइलों का उपयोग किया जा सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि हर मिसाइलों में तीन परमाणु हथियार लड़ाई के लिए ले जाए जा सकते हैं। ताइवान स्थित चाइनीज़ काउंसिल फॉर एडवान्स पॉलिसी स्टडीज़ के एंड्यू यांग ने बताया कि इनमें से एक पनुडुब्बी का परीक्षण जारी है। इसके अलावा 5 और नई पनडुब्बियां बनाई जानी है। उनके मुताबक चीन के पास इससे पहले सिर्फ एक ही पनडुब्बी थी और वो भी लड़ाई के लिए पूरी तरह सक्षम नहीं थी।भारत भी तैयार कर रहा परमाणु पनडुब्बी
वहीं हिंदमहासागर में चीन का सामना करने के लिए भारत छह और परमाणु पनडुब्बियों का निर्माण कर रहा है। नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 'हमने 6 परमाणु पनडुब्बी बनाने की परियोजना शुरू कर दी है। इसके बारे में इससे अधिक जानकारी नहीं दी जा सकती।’ बता दें कि नौसेना के पास अभी सिर्फ भारत में विकसित दो परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत और रूस के साथ लीज के तहत ली गई आईएनएस चक्र हैं।आईएनएस चक्र में कुछ तकनीकी खराबी


नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने बताया कि रूस से लीज पर ली गई परमाणु पनडुब्बी आईएनएस चक्र के सोनार डोम को कुछ तकनीकी खराबी है, जिसे ठीक करने में रूस और भारतीय अधिकारी जुटे हैं।नए जलपोत का निर्माण परमाणु पनडुब्बी के साथ नौसेना के लिए विभिन्न श्रेणी के 34 जलपोत भी निर्माण किये जाने की योजना है। उम्मीद है यह साल 2020 तक भारतीय नौसेना में शामिल हो सकते हैं।

Posted By: Mukul Kumar