भारत ने आज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल 'ब्रह्मोस' का सफल परीक्षण किया. यह परिक्षण नवीनतम नेवलशिप आईएनएस कोलकाता से किया गया. यह परीक्षण पूरी तरह से सफल बताया गया है.


सफल रहा ब्रह्मोस परिक्षणभारत ने आज 290 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफल परिक्षण किया. इस परीक्षण को गोवा के तट से नवीनमत वारशिप आईएनएस से किया गया. गौरतलब है कि यह टेस्ट पूरी तरह से सफल साबित हुआ है और मिसाइल ने पहले से तय लक्ष्यों को प्राप्त किया है. मिसाइलें दागने में माहिर INS कोलकाता
रक्षा सूत्रों के मुताबिक आईएनएस कोलकाता की मिसाइल दागने की क्षमता अन्य वारशिप्स के मुकाबले काफी ज्यादा है. मसलन जहां एक सामान्य वारशिप एक बार में 8 मिसाइल दाग सकता है तो वहीं आईएनएस कोलकाता लगातार 16 ब्रह्मोस मिसाइलें दाग सकता है. इस श्रेणी में यह पहला वारशिप है और भारत सरकार ऐसे दो अन्य वारशिप्स पर काम कर रही है. यह तीनों जहाज मुख्य लड़ाकू हथियार के रूप में ब्रह्मोस से लैस होंगे. गौरतलब है कि इन वारशिप्स पर यूज किए जा रहे यूनिवर्सल वर्टिकल लांच का एक स्पेसिफिक डिजाइन है जिसे ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने डेवलप किया है. ब्रह्मोस चीफ सुधीर मिश्रा ने बताया कि इस मिसाइल में स्टील्थ के फायदे हैं जिसकी वजह से इस मिसाइल को किसी भी दिशा में उर्ध्वाधर लांच करने की आजादी देता है. ब्रह्मोस को आर्मी और नेवी में पहले ही शामिल किया जा चुका है. अब इस मिसाइल के एयरफोर्स संस्करण की टेस्टिंग जारी है.

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Posted By: Prabha Punj Mishra