भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार को बंगलुरु में खेला गया तीसरा और आखिरी मुकाबला भारत ने 7 विकेट से जीत लिया। भारत की इस जीत में कप्तान विराट कोहली का अहम योगदान रहा। विराट इस मैच में सेंचुरी तो नहीं जड़ पाए मगर अपने पूर्व कप्तान एमएस धोनी के दो बड़े रिकाॅर्ड को तोड़ दिया।


कानपुर। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 विकेट से जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच ये सीरीज डिसाइडर मैच था, जिसमें कंगारुओं ने भारत को जीत के लिए 287 रन का लक्ष्य दिया था। जवाब में टीम इंडिया ने तीन विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया, साथ ही सीरीज भी 2-1 से जीत ली। भारत की इस जीत में रोहित शर्मा और विराट कोहली का अहम योगदान रहा। रोहित ने जहां 119 रन की पारी खेली वहीं विराट शतक से चूक गए। कोहली 89 रन बनाकर पवेलियन लौटे, हालांकि वापस जाने से पहले विराट ने वनडे कई बड़े रिकाॅर्ड बना दिए।बतौर कप्तान सबसे तेज 5 हजारी


विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 89 रन की पारी खेलते ही वनडे क्रिकेट का एक बड़ा रिकाॅर्ड अपने नाम कर लिया। बतौर कप्तान विराट एकदिवसीय क्रिकेट में पांच हजार रन पूरे करने वाले सबसे तेज कप्तान बन गए। विराट ने यह मुकाम किसी भी अन्य कप्तान से 45 पारियां कम खेलकर हासिल किया।कोहली ने तोड़ा धोनी का रिकाॅर्ड

विराट से पहले वनडे में सबसे तेज पांच हजारी बनने का रिकाॅर्ड पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम था। धोनी ने 127 पारियां खेलकर पांच हजार का आंकड़ा छुआ था। जबकि विराट ने 82 पारियां खेलकर ही यह उपलब्धि हासिल कर ली। विराट और धोनी के बाद इस लिस्ट में तीसरा नाम रिकी पोंटिग का आता है जिन्होंने 131 पारियां खेलकर यह कारनामा किया। वहीं चौथे नंबर पर ग्रीम स्मिथ और पांचवें पर सौरव गांगुली का नाम आता है।विराट ने तोड़ा धोनी का एक और रिकाॅर्डबंगलुरु वनडे में विराट के बल्ले से निकली अर्धशतकीय पारी ने धोनी का सबसे तेज पांच हजारी का रिकाॅर्ड तो तोड़ा ही, साथ ही इंटरनेशनल क्रिकेट में कप्तान रहते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की लिस्ट में भी विराट अपने साथी खिलाड़ी धोनी से आगे निकल चुके हैं। विराट के नाम इस समय बतौर कप्तान 11208 इंटरनेशनल रन दर्ज हैं। जबकि धोनी ने 11207 रन बनाए थे। हालांकि माही और विराट के मैचों में बड़ा अंतर है। धोनी को यहां तक पहुंचने में 332 मैच खेलने पड़े थे जबकि विराट ने 172 मैचों में ही यह कारनामा कर दिखाया।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari