ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज हारते ही टीम इंडिया की पोल खुल गई। वर्ल्ड कप खिताब की प्रबल दावेदार मानी जाने वाली विराट सेना की कई कमियां उभरकर सामने आई हैं। ऐसे में अगर भारतीय टीम को वर्ल्ड कप में कड़ी चुनौती देनी है तो कमियों का जल्द सुधारना होगा।


newsroom@inext.co.inआस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सिरीज से पहले टीम इंडिया को आगामी वल्र्ड कप के लिए सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा था। आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैैंड को उसके घर में वनडे सिरीज हराने के बाद ऐसी संभावना जताया जाना नेचुरल था। हालांकि आस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू जमीं पर 2-0 से बढ़त हासिल करने के बाद लगातार तीन मैच और फिर सिरीज गंवाने से इंडियन टीम के मिशन वल्र्ड कप पर सवाल खड़े हो गए हैैं। यह सिरीज यूं तो वल्र्ड कप की तैयारियों को पुख्ता करने के लिए थी, लेकिन सिरीज खत्म होने तक इसने टीम की तैयारियों की पोल ही खोल दी। अब जब टीम इंडिया के पास वल्र्ड कप से पहले महज 40 दिन का वक्त है तब टीम इंडिया की इन खामियां से उबरना होगा। 1. नहीं सुलझी नंबर 4 की समस्या


इंडिया इस सिरीज में नंबर-4 पर प्रयोग के इरादे से उतरा था। उसने ऐसा किया भी। पहले तीन मैच में अंबाती रायुडू के नाकाम रहने के बाद चौथे मैच में विराट कोहली इस नंबर पर उतरे। इसके बाद पांचवें मैच में ऋषभ पंत को मौका मिला। ना तो रायुडू और ना ही विराट या पंत नंबर-4 पर कोई कमाल दिखा सके। पांच मैचों में इस नंबर पर बेस्ट स्कोर 20 रहा, जो विराट ने बनाया। जाहिर है, यह गुत्थी अनसुलझी है। 2. स्पिनर्स भी खरे नहीं उतरे स्पिनर इंडियन टीम की ताकत रहे हैं। कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल ने पिछले दो साल में बेहतरीन प्रदर्शन किया है, लेकिन इन दो स्पिनर्स के बीच आस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर एडम जांपा सिरीज में 11 विकेट झटक ले गए। वे सिरीज के सबसे सफल स्पिनर रहे। युजवेंद्र चहल ने चौथे वनडे में 80 रन लुटाए तो कुलदीप ने पांचवें वनडे में 70 रन खर्च कर दिए। इनकी नाकामी भी इंडिया की हार की बड़ी वजह रही। 3. ओपनिंग पार्टनरशिप रही फ्लॉप रोहित शर्मा और शिखर धवन मौजूदा समय की सबसे बेहतरीन ओपनिंग जोड़ी हैं। ये दोनों ही बल्लेबाज अपने दम पर मैच जिताते रहे हैं, लेकिन इस सिरीज में सिर्फ  चौथे वनडे में ही ये दोनों टीम को अच्छी शुरुआत दे सके। इस मैच में इन दोनों ने 193 रन की साझेदारी की, जबकिए पहले तीन मैचों में इंडिया का पहला विकेट 4, 0 और 11 रन पर गिरा। पांचवें मैच में इंडिया ने पहला विकेट 15 के स्कोर पर गंवाया। अच्छी शुरुआत नहीं मिल पाने से मिडिल ऑर्डर पर दबाव पड़ता रहा और वह लडख़ड़ाता रहा।

4. लगातार बदलाव पड़े भारी टीम इंडिया इस पूरी सिरीज के दौरान वल्र्ड कप के लिए टीम का बेस्ट कांबिनेशन तलाशती रही। इसके लिए टीम ने हर मैच में लगातार बदलाव किए। ऋषभ पंत को मौका देने के लिए आखिरी दो वनडे में धोनी को नहीं खिलाया गया, जबकि केएल राहुल को खिलाने के लिए अंबाती रायुडू को बाहर किया गया। ऐसा ही कुछ गेंदबाजी में भी हुआ और टीम ने लगभग हर मैच में गेंदबाजी में बदलाव किए, लेकिन इंडियन बॉलर्स पहले दो वनडे के बाद कभी भी अपनी लय हासिल नहीं कर सके।विराट बोले, हार से कोई घबरा नहीं रहा है

इंडियन कैप्टन विराट कोहली ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ  वनडे सिरीज में मिली हार के बावजूद बुधवार को यह साफ किया कि उन्होंने आगामी वल्र्ड कप के लिए फाइनल इलेवन करीब-करीब तय कर ली है। उन्होंने कहा कि बस एक स्थान है, जिसको लेकर अभी तक फैसला नहीं लिया गया है। माना जा रहा है कि विराट ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की ओर इशारा किया, जिसको लेकर अब तक कम से कम पांच खिलाडिय़ों को आजमाया जा चुका है। कोटला वनडे के बाद कोहली ने कहा, हम वल्र्ड कप के लिए फाइनल इलेवन को लेकर बहुत हद तक क्लियर हो चुके हैं। हम वल्र्ड कप के लिए सही कांबिनेशन जानते हैं। यह उन फैसलों पर ब्रेक लगाने के बारे में है जो हमने सिरीज के अंतिम तीन मैचों के दौरान लिए थे और काम नहीं किया था।Ind vs Aus : बिना बल्ले के छक्का लगाने चले रोहित, हुए स्टंप आउटIPL 2019 : जानें किस टीम में कौन खिलाड़ी है सबसे महंगा

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari