क्या भारत सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हरा पाएगा. ये वो सवाल है जो हर कोई खुद से और दूसरे से पूछ रहा है. जवाब भी हर कोई यही सुनना चाह रहा है कि भारत जीत जाएगा. अगर आपने कोई शक जताया तो ऑस्ट्रेलिया से पहले आप दुश्मन. भारत जीत पाएगा या नहीं इसका फैसला तो सिडनी में 26 तारीख को होगा पर हम आपको ये बता देते हैं कि क्या होगा तो भारत जीतेगा और क्या न होने पर वो हार जाएगा. पेश है सीनियर न्‍यूज एडिटर उमंग मिश्र का खास विश्‍लेषण....

1. टॉस हारे तो खेल खराब हो जाएगा
इस मैच में टॉस बेहद अहम है. टॉस जीतने वाली टीम निश्चित तौर पर बल्लेबाजी ही करेगी. पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम को एडवांटज मिल जाएगा. पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने अगर 275 से 300 के बीच रन बना दिए तो दूसरी पारी में उसे चेज करना किसी भी टीम के लिए मुश्किल हो जाएगा. ऑस्ट्रेलिया में अंडरलाइट्स दूसरी पारी में पिच गेंदबाजों को पहली पारी के मुकाबले थोड़ी मदद पहुंचाने लगती है. ये मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर हो रहा है. एससीजी ऑस्ट्रेलिया का सबसे ज्यादा स्पिन को मदद पहुंचाने वाला ग्राउंड है. दूसरी पारी के दौरान स्पिन भी एक फैक्टर बनके सामने आ सकता है.
विजयपथ का पहला कदम... टॉस जीतकर पहले बैटिंग
पहले 15 ओवर विकेट बचाएं
अगर भारत टॉस जीतता है तो वो निश्चित तौर पर पहले बल्लेबाजी करेगा. टीम इंडिया का पहला लक्ष्य होगा कि इनीशियल ओवर्स में ज्यादा विकेट न खोएं. अगर ओपनिंग जोड़ी जम गई और 15 ओवर बिना विकेट खोए 70 रन के करीब बनाकर भी निकल गए तो समझो पहला मोर्चा फतह. एक अगर शिखर या रोहित में से कोई एक आउट हो जाता है तो विराट कोहली को छोर संभालना होगा.
विजयपथ का दूसरा कदम... 15 ओवर में एक से ज्यादा विकेट न खोएं...
अच्छा स्कोर 15 ओवर में 75 रन अगर बिना किसी नुकसान के या सिर्फ 1 विकेट खोकर
35 ओवर तक पार्टनरशिप का खेल
15 से 35 ओवर के बीच का खेल डिसाइड करेगा कि 35 से 50 ओवर के बीच टीम कितना रन बनाएगी. अगर 35 ओवर तक पहुंचने के बाद टीम इंडिया के पास ज्यादा विकेट हाथ में हैं तो आखिरी के 15 ओवर्स में टीम अच्छे खासे रन पीट डालेगी. लेकिन अगर विकेट हाथ में न हुए तो वो 40 ओवर के पहले वाले बैटिंग पावरप्ले और आखिर के 10 ओवर का पूरा फायदा नहीं उठा पाएगी.
विजयपथ का दूसरा कदम... 35 ओवर तक विराट, शिखर और रोहित शर्मा में से कोई एक बल्लेबाज लंबी पारी खेल कर सेट हो विकेट हाथ में हों
अच्छा स्कोर ...35 ओवर में 175 रन अगर सात विकेट हाथ में हों
अंतिम 15 ओवर्स में करें धमाका
अगर शिखर, विराट और रोहित में से किसी एक ने भी लंबी पारी खेल दी और 35 ओवर तक भारत के हाथ में सात विकेट रहे तो रैना,धोनी और राहाणे में से कोई भी एक लंबी पारी खेल रहे सेट बल्लेबाज के साथ मिल कर टीम का टोटल 275 के ऊपर के लिए सेट कर देगा. अगर इस पैटर्न पर बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 275 से 300 के आसपास का लक्ष्य दे दिया तो भारत की जीत की संभावना बहुत बढ़ जाएगी.
अगर टॉस हार ही जाएं तो क्या बचता है
अगर भारत टॉस हार जाता है तो यकीनन ऑस्ट्रेलिया पहले बल्लेबाजी करेगा. ऐसी स्थिति में ऑस्ट्रेलिया को 250 के भीतर रोकना होगा. अगर ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 300 के करीब का लक्ष्य दे दिया तो समझो मैच गया हाथ से. फिर जीत के लिए कोई चमत्कार ही करना होगा.
ये ध्यान रहे कि वो ऑस्ट्रेलिया है
टॉस हारने के बाद टीम इंडिया के लिए मैच जीतना टेढ़ी खीर होगा लेकिन टॉस हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया की संभावना खत्म नहीं होती. वजह से है कि इनका बॉलिंग अटैक भारत को बड़ा स्कोर बनाने से रोकने का दम रखता है और अगर अंडरलाइट्स कोई 275 से ऊपर का स्कोर चेज कर सकता है तो वो ऑस्ट्रेलिया ही है क्योंकि वो उनका घरेलू मैदान है. यानि टॉस जीतने के बाद भारत को बहुत समझदारी से खेलना होगा. और अगर टॉस हारे तो गेंदबाजों को कमाल दिखाना होगा ताकि बल्लेबाजों के लिए कुछ बाकी बचे. टॉस की उछाल पर तो किसी का बस नहीं पर इस उछाल से टीम इंडिया की उड़ान का भविष्य तय हो सकता है.

क्या होगा तो जीतेंगे

1. टॉस जीतें और पहले बल्लेबाजी करें
2. पहले 15 ओवर में विकेट न गंवाएं
3. रोहित, विराट या धवन में से एक लंबी पारी खेले
4. रैना, रहाणे और धोनी में से कोई एक विस्फोटक पारी खेले
क्या होगा तो हारेंगे
1. अगर टॉस हारकर बड़ा लक्ष्य चेज करना पड़ा
2. अगर टॉस जीतने के बाद भी दोनों ओपनर और विराट कोहली में से कोई नहीं जम सका
3. अगर पहले बल्लेबाजी करते हुए भी अंतिम के 15 ओवर में हिटिंग के लिए विकेट नहीं बचे
4. अगर पहले गेंदबाजी करनी पड़ी और 15 ओवर में दो या तीन विकेट नहीं गिरा पाए

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari