कोलकाता में पहला पिंक बाॅल टेस्ट, तो पहला लाल और सफेद गेंद मैच भारत के इस मैदान पर खेला गया
कानपुर। कोलकाता के ईडन गार्डन में जब विराट सेना पिंक बाॅल टेस्ट खेलने मैदान में उतरेगी तो ईडन गार्डन के नाम एक अनोखा रिकाॅर्ड दर्ज हो जाएगा। कोलकाता अब भारत में पहला पिंक बाॅल मैच आयोजन करने वाला मैदान बन जाएगा। आइए जानें भारत में पहला लाल और पहला सफेद गेंद का मुकाबला कहां हुआ था।भारत में पहला लाल गेंद वाला मैच
भारत में पहला लाल गेंद वाला मुकाबला साल 1933 में मुंबई के जिमखाना ग्राउंड में खेला गया था। यह टेस्ट मैच था जो पहली बार भारत में आयोजित हो रहा था। उस वक्त इंग्लिश क्रिकेट टीम भारत दौरे पर थी। तीन मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट जिमखाना ग्राउंड पर खेला गया। यह ऐसा समय था, जब भारत में इंटरनेशनल लेवल के सिर्फ गिने-चुने मैदान ही हुआ करते थे, ऐसे में मुंबई के इस जिमखाना मैदान को एक टेस्ट की मेजबानी का अवसर मिला। 15 दिसंबर 1933 को जब दोनों टीमें इस मैदान पर उतरी, तो भारत की गिनती भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के मेजबान के रूप में होने लगी। सीके नायडू की कप्तानी में भारत को पहले ही मैच में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। इंग्लैंड ने यह मुकाबला 9 विकेट से अपने नाम किया।दोबारा कभी नहीं हुआ यहां क्रिकेट मैच
मुंबई का जिमखाना ऐसा मैदान है जहां सिर्फ एक इंटरनेशनल मैच खेला गया है। पहले मैच के बाद दोबारा यहां कोई मैच आयोजित नहीं हुआ, हां क्रिकेट छोड़ कई अन्य मैच खेले जा चुके हैं, जैसे रग्बी और फुटबाॅल। आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में कुल छह क्रिकेब् ग्राउंड हैं जहां सिर्फ एक बार इंटरनेशनल क्रिकेट मैच खेला गया है। इसमें मुंबई का जिमखाना, लखनऊ का यूनविसर्टिी ग्राउंड, अहमदाबाद का सरदार वल्लभभाई पटेल स्टेडियम, विजयवाड़ा का इंदिरा गांधी स्टेडियम, गुवाहाटी का बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम और तिरुवनंतपुरम का ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम शामिल हैं।भारत में पहला सफेद गेंद वाला मैच
1980-90 के दशक तक क्रिकेट मैच के सभी फाॅर्मेट लाल गेंद से खेले जाते थे। मगर जब से वनडे क्रिकेट का आयोजन डे-नाइट होने लगा तो गेंद का रंग भी बदला गया। वनडे में अब सफेद रंग की गेंद का इस्तेमाल होता है। भारत में पहला डे-नाइट वनडे मैच साल 1984 में नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेला गया था। उस वक्त कंगारु टीम पांच मैचों की सीरीज खेलने इंडिया आई थी और पहला मुकाबला दिल्ली के नेहरू मैदान में खेला गया। यह भारत में होने वाला पहला डे-नाइट वनडे था जिसमें भारतीय टीम की कमान सुनील गावस्कर के हाथों में थी। ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए इस मैच में 9 विकेट खोकर 220 रन बनाए, जवाब में भारतीय टीम 172 रन पर सिमट गई। इसी के साथ भारत यह मुकाबला 48 रन से हार गया।