ट्रेंट ब्रिज में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भारत ने इंग्लैंड को 203 रन से हरा दिया। इसी के साथ ट्रेंट ब्रिज का 'मनहूस' रिकॉर्ड मेजबान इंग्लैंड को फिर से भारी पड़ गया। जानिए क्या है पूरा मामला..


कानपुर। भारत और इंग्लैंड के बीच नॉटिंघम में खेला जा रहा तीसरा टेस्ट मैच भारत के नाम रहा। विराट एंड टीम ने यह मैच 203 रन के अंतर से जीता। अंग्रेजों के खिलाफ उन्हीं की धरती पर 36 साल बाद भारत को इतनी बड़ी जीत मिली है। इस मैच में भारत की बल्लेबाजी और गेंदबाजी लाजवाब रही। यही नहीं ट्रेंट ब्रिज में इंग्लैंड को एक बार फिर से हार झेलनी पड़ी है। आपको बता दें इंग्लैंड में जितने भी क्रिकेट मैदान हैं उसमें ट्रेंट ब्रिज ही ऐसा ग्राउंड है जहां मेजबान इंग्लैंड का जीत प्रतिशत सबसे कम है।इंग्लैंड को यहां मिली सबसे कम जीत


ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, भारत ने अपने घर में सभी मैदानों में जितने टेस्ट (कम से कम 50 मैच) खेले हैं उसमें सबसे कम जीत प्रतिशत ट्रेंट ब्रिज में है। इंग्लैंड ने यहां 61 टेस्ट खेले हैं जिसमें 22 में उन्हें जीत मिली जबकि 17 मैच वो हार गए। वहीं 22 मैच तो ड्रा रहे। इस हिसाब से देखा जाए तो यहां मेजबान इंग्लैंड को सिर्फ 36.07 प्रतिशत जीत मिली है। वहीं एजबस्टन उनका सबसे पसंदीदा ग्राउंड है, यहां इंग्लैंड को सबसे ज्यादा 54.9 प्रतिशत जीत हसिल हुई। वहीं लीड्स में 43 प्रतिशत तो लॉर्ड्स में 40 परसेंट जीत मिली।

भारत-बनाम इंग्लैंड का ऐसा है रिकॉर्डक्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, भारत ने नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज मैदान में पहला टेस्ट मैच साल 1959 में खेला था। तब भारत को पारी और 59 रन से करारी हार मिली थी। इस मैदान पर यह टीम इंडिया की सबसे बड़ी हार है। भारत ने यहां कुल 7 टेस्ट खेले जिसमें दो में हार मिली वहीं 3 मैच ड्रा रहे जबकि दो मैच भारत के नाम रहा था। पिछली बार टीम इंडिया एमएस धोनी की कप्तानी में ट्रेंटब्रिज में खेली थी तब वो मैच ड्रा रहा था। मगर इस बार विराट सेना ने 203 रनों से हराकर सीरीज में वापसी कर ली है।11 साल पहले जीता थे पहला मैच

साल 2007 में भारत ने यहां एक टेस्ट मैच खेला था। तब टीम इंडिया की कमान राहुल द्रविड़ के हाथों में थी। भारत तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने इंग्लैंड गया था। विश्व क्रिकेट में 'द वॉल' नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ को उस वक्त कप्तानी का ज्यादा अनुभव भी नहीं था, इसके बावजूद उन्होंने तीन मैचों की यह सीरीज 1-0 से जीतकर इतिहास रच दिया। भारत ने सीरीज के पहले और तीसरे मैच को ड्रा कराया तो वहीं दूसरे मैच में 7 विकेट से जीत दर्ज कर सीरीज अपने नाम की। इस जीत के हीरो भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान थे जिन्होंने मैच में कुल 9 विकेट लेकर इंग्लिश बल्लेबाजों को घुटने पर ला दिया था।इन 5 खिलाड़ियों की बदौलत इंग्लैंड में 36 साल बाद भारत को मिली सबसे बड़ी जीत86 सालों में इंग्लैंड में 7वीं बार कोई टेस्ट मैच जीता है भारत

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari