भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज का पांचवां और आखिरी टेस्ट शुक्रवार से ओवल मैदान पर खेला जाएगा। भारत यह सीरीज पहले ही हार चुका है। वहीं ओवल मैदान में भारत का रिकॉर्ड हमेशा खराब रहा।


कानपुर। भारत बनाम इंग्लैंड के बीच सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच लंदन के ओवल मैदान पर खेला जाएगा। पांच मैचों की इस सीरीज में भारत पहले ही पिछड़ गया है। मेजबान इंग्लैंड ने 3 मैच जीतकर सीरीज में अजेय बढ़त बना ली है। वहीं भारत के खाते में सिर्फ एक जीत है। इंग्लैंड दौरे पर विराट का यह आखिरी मैच होगा। पहले वनडे सीरीज में मात फिर टेस्ट सीरीज में हार के बाद विराट सेना के लिए यह मैच इज्जत बचाने के लिए होगा। हालांकि ओवल मैदान पर भारत का जीतना इतना भी आसान नहीं है क्योंकि पिछले रिकॉर्ड पर नजर डालें तो भारत आज तक यहां सिर्फ एक टेस्ट ही जीत पाया है।47 साल से नहीं जीता कोई मैच


क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, भारत ने ओवल मैदान पर सबसे पहला मैच 1936 में खेला था। तब से लेकर टीम इंडिया ने यहां कुल 12 टेस्ट खेल लिए जिसमें से सिर्फ एक बार जीत मिली जबकि 4 हारे हैं वहीं 7 ड्रा रहे। भारत ने ओवल पर इकलौता मैच 1971 में जीता था तब टीम इंडिया की कमान अजीत वाडेकर के हाथों में थी। भारत ने वो मैच 4 विकेट से जीता था। इस जीत के हीरो भगवत चंद्रशेखर थे जिन्होंने मैच में 10 विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई थी। 2014 में मिली थी सबसे बड़ी हारभारत ने ओवल मैदान पर आखिरी टेस्ट 2014 में खेला था। तब एमएस धोनी की अगुआई में भारत इंग्लैंड दौरे पर आई थी। उस मैच में भारतीय टीम के बल्लेबाजों का प्रदर्शन काफी खराब था। पहली पारी में टीम इंडिया जहां 148 रन ही बना पाई वहीं सेकेंड इनिंग में 94 रन पर ही ढेर हो गए थे। उस टीम में मुरली विजय से लेकर पुजारा और विराट कोहली तक कई बड़े-बड़े खिलाड़ी थे मगर सभी फ्लॉप रहे। भारत यह मैच पारी और 244 रन से हार गया था।कमजोर इंग्लैंड को भी नहीं हरा पाए विराट

भारत चाहता था तो यह सीरीज आसानी से जीत सकता था क्योंकि विराट के सामने अब तक की सबसे कमजोर टेस्ट टीम थी। भारत-इंग्लैंड के बीच टेस्ट रिकॉर्ड 86 साल पुराना है। मगर मौजूदा वक्त में इंग्लैंड के टॉप 5 बल्लेबाजों को जैसा प्रदर्शन है, वैसा कभी नहीं रहा। इस सीरीज में अभी तक खेले गए चार टेस्ट मैचों में इंग्लैंड के टॉप 5 बल्लेबाजों का बल्लेबाजी औसत मात्र 20.5 का है। इतना कम औसत आज तक नहीं रहा। भारतीय टीम दुनिया की नंबर वन टेस्ट टीम क्यों है इसे साबित करने का विराट के पास इससे बेहतर मौका नहीं होता। मगर भारतीय बल्लेबाज इस अवसर का फायदा नहीं उठा पाए। उन्हें ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं थी, हर एक खिलाड़ी 30-35 रन बना देता तो यह सीरीज विराट के हाथों में होती।अब तक की सबसे कमजोर इंग्लिश टीम को भी नहीं हरा पाए विराटजानिए 6 साल पहले किस हरकत पर 'गिड़गिड़ाए' थे कोहली, कहा था - 'प्लीज, मुझे बैन मत करो'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari