India vs New Zealand 1st Test टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली न्यूजीलैंड में एक बड़ा रिकॉर्ड बनाने से चूक गए। कीवी धरती पर बतौर कप्तान पहली बार मैदान में उतरे सिर्फ दो भारतीय कप्तान ही पहला टेस्ट जीत पाए। विराट भी यह उपलब्धि हासिल कर सकते थे अगर वो वेलिंग्टन टेस्ट जीत जाते।

कानपुर। India vs New Zealand 1st Test न्यूजीलैंड में भारत की तरफ से कुल 8 भारतीय खिलाडिय़ों ने टेस्ट में कप्तानी की है। जिसमें सिर्फ तीन को जीत मिली और बाकी या तो हार गए या मैच ड्रा करा पाए। इन आठ कप्तानों में से दो कप्तान ऐसे हैं जिनको न्यूजीलैंड में कप्तानी करते हुए पहले ही टेस्ट में जीत मिली। इस लिस्ट में विराट कोहली का भी नाम जुड़ सकता था मगर वो भी धोनी जैसे अन्य कप्तानों की तरह अनलकी रहे और न्यूजीलैंड की धरती पर बतौर कप्तान पहला टेस्ट जीतने में नाकाम रहे। वेलिंग्टन में विराट जब बतौर कप्तान टेस्ट खेलने उतरे तो कीवी जमीं पर कप्तान रहते हुए उनका यह पहला टेस्ट था मगर विराट इसे यादगार नहीं बना पाए और 10 विकेट से हार गए।

पटौदी और गावस्कर रहे हैं लकी

न्यूजीलैंड में टेस्ट कप्तान के रूप में पहले ही मैच में जीत हासिल करने वाले सिर्फ दो भारतीय खिलाड़ी है। इसमें पहला नाम नवाब पटौदी का आता है तो दूसरे नंबर पर सुनील गावस्कर हैं। भारत को कीवियों के खिलाफ उनके घर पर पहली टेस्ट जीत दिलाने वाले कप्तान मंसूर अली खान पटौदी हैं, जिन्हें नवाब पटौदी भी कहा जाता था। साल 1968 में पटौदी की कप्तानी में भारत पहली बार कीवी दौरे पर गया। भारत को यहां चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी थी, पहला मैच डुनेडिन में खेला गया जिसमें भारत 5 विकेट से जीता। इसी के साथ पटौदी न्यूजीलैंड में पहला टेस्ट जीतने वाले भारतीय कप्तान बन गए। बता दें पटौदी ने 3-1 से सीरीज जीती थी। भारत के बाहर विदेशी जमीं पर टीम इंडिया की यह पहली टेस्ट सीरीज जीत थी। पटौदी के बाद भारत को टेस्ट में जीत दिलाने वाले दूसरे कप्तान सुनील गावस्कर थे। गावस्कर ने 1976 कीवी दौरे पर भारत की अगुआई की थी और ईडन पार्क में खेले गए एक टेस्ट में भारत को आठ विकेट से जीत दिलाई थी।

इन 6 कप्तानों को नहीं मिली जीत

नवाब पटौदी और सुनील गावस्कर के अलावा न्यूजीलैंड में भारत की तरफ से छह और भारतीय कप्तानों ने टेस्ट में कप्तानी की मगर वो सभी पटौदी और गावस्कर की तरह लकी नहीं रहे। इन सभी को न्यूजीलैंड में पहले मैच में जीत तो छोडि़ए, एक भी मैच में जीत नसीब नहीं हुई। इसमें सबसे पहला नाम अजहर का आता है जिन्होंने सबसे ज्यादा 6 टेस्ट मैचों में कप्तानी की मगर जीत नहीं पाए। वहीं धोनी ने चार मैच खेले जिसमें उन्हें पहले मैच में तो नहीं मगर एक मुकाबले में जीत हासिल हुई थी। इसके अलावा सहवाग ने 1, बिशन सिंह बेदी और सौरव गांगुली ने 2-2 मैचों में कप्तानी की मगर जीत नहीं पाए। वहीं भारत को ताजी हार विराट कोहली की अगुआई में मिली।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari